भारतीय मूल की नीरा टंडन को लेकर अमेरिका में चढ़ा सियासी पारा

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वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा नीरा टंडन को व्हाइट हाउस के प्रबंधन एवं बजट कार्यालय के निदेशक पद पर नामित किए जाने को लेकर डेमोक्रेटिक पार्टी में मतभेद दिखने लगे हैं। सत्तारूढ़ दल के सीनेटर जो मैनचिन ने उनके नामांकन के खिलाफ वोट देने का ऐलान किया है। ऐसे में अब 50 वर्षीय टंडन की नियुक्ति की पुष्टि काफी हद तक किसी रिपब्लिकन सीनेटर के समर्थन पर निर्भर है। नीरा को लेकर डेमोक्रेटिक पार्टी में गतिरोध बढ़ सकता है। पार्टी के खिलाफ जाकर राष्‍ट्रपति बाइडन ने नीरा पर अपनी आस्‍था जताई है।

उधर, राष्ट्रपति बाइडन ने शुक्रवार को कहा कि उनके पास टंडन की नियुक्ति की पुष्टि के लिए पर्याप्त बहुमत है। अगर उनकी नियुक्ति की पुष्टि हो जाती है तो वह इस पद पर पहुंचने वाली पहली अश्वेत और भारतीय मूल की महिला होंगी।

मैनचिन वेस्ट वर्जीनिया से सीनेटर हैं और उन्हें उदारवादी डेमोक्रेट माना जाता है। उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि नीरा टंडन द्वारा दिए गए एकपक्षीय बयान का असर सांसदों और प्रबंधन व बजट कार्यालय के महत्वपूर्ण कामों पर पड़ेगा। इस वजह से मैं उनके नामांकन का समर्थन नहीं कर सकता। मैंने पहले भी कहा था कि हमें राजनीति में प्रवेश कर चुके विभाजन को दूर करने के लिए सार्थक कदम उठाने चाहिए।’ 

नीरा को लेकर सीनेट में हो सकता है मतदान

नीरा की नियुक्‍त का मामला सीनेट में जा सकता है। 100 सदस्यीय सीनेट में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी के 50-50 सदस्य हैं। उप-राष्ट्रपति कमल हैरिस के मत से समर्थन का झुकाव डेमोक्रेटिक पार्टी के पक्ष में आने की उम्मीद है। ऐसे में मैनचिन के वोट का महत्व बढ़ जाता है। अगर वह नामांकन के खिलाफ वोट डालते हैं तो रिपब्लिकन पार्टी का काम आसान हो जाएगा, क्योंकि उसके अधिकांश नेता टंडन के नामांकन का विरोध कर रहे हैं। पूर्व में टंडन ने सीनेट में अल्पमत के नेता मिक मैक्कोनेल को ‘वॉल्डमोर्ट (खलनायक पात्र)’ कहा था।

नीरा ने शीर्ष रिपब्लिकन नेताओं से मांगी माफी

नीरा टंडन का सीनेटर बर्नी सैंडर्स और उनके समर्थकों के साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी वाद-विवाद चलता रहता है। नीरा ने अपने नामांकन के लिए हुई बहस के दौरान सबसे पहले, सोशल मीडिया पर लंबे समय तक शीर्ष रिपब्लिकन नेताओं को निशाना बनाने के लिए माफी मांगी। उन्होंने इस संबंध में लिखे गए एक हजार से ज्यादा ट्वीट भी डिलीट किए। हिलेरी क्लिंटन की पूर्व सलाहकार रहीं नीरा ने उदारवादी रुख रखने वाले सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस के अध्यक्ष पद पर भी अपनी सेवाएं दी हैं।