- कंपनी के ऑनलाइन पर्जिंग असिस्टेंस मॉडल की हुई सराहना
जमशेदपुर। टाटा स्टील को वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन (वर्ल्डस्टील) ने सेफ्टी एंड हेल्थ एक्सीलेंस रिकग्निशन-2024 से सम्मानित किया। यह सम्मान कंपनी के अत्याधुनिक ऑनलाइन पर्जिंग असिस्टेंस मॉडल के लिए दिया गया है, जो ब्लास्ट फर्नेस के गैस क्लीनिंग प्लांट (जीसीपी) क्षेत्र में विस्फोट के जोखिम को पूरी तरह से खत्म करता है। टाटा स्टील इस साल यह प्रतिष्ठित सम्मान हासिल करने वाली दुनिया की छह प्रमुख स्टील उत्पादक कंपनियों में शामिल है। भारत से इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाली एकमात्र कंपनी है।
वर्ल्डस्टील सेफ्टी एंड हेल्थ एक्सीलेंस रिकग्निशन 2024 के लिए वैश्विक स्तर पर स्टील उत्पादकों का मूल्यांकन चार महत्वपूर्ण श्रेणियों के तहत किया गया। इसमें सुरक्षा संस्कृति और नेतृत्व, ऑक्युपेशनल सेफ्टी मैनेजमेंट, ऑक्युपेशनल हेल्थ मैनेजमेंट, और प्रोसेस सेफ्टी मैनेजमेंट शामिल है। यह पुरस्कार उन कंपनियों को प्रदान किया गया, जो सुरक्षा और स्वास्थ्य में स्पष्ट और प्रभावशाली सुधार लाने में सफल रही हैं।
टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (सेफ्टी, हेल्थ एंड सस्टेनेबिलिटी) राजीव मंगल ने कहा, ‘टाटा स्टील अपने कर्मचारियों और हितधारकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। इसके लिए नवीनतम तकनीकों और डिजिटल टूल्स में निवेश कर रही है। हमें खुशी है कि इस दिशा में हमारे प्रयासों को लगातार वर्ल्डस्टील द्वारा मान्यता मिल रही है, जो हमारी ‘शून्य हानि’ कंपनी बनाने की प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।’
टाटा स्टील का नया पर्जिंग असिस्टेंस मॉडल, रणनीतिक स्थलों पर स्थापित एक सेट रिमोट-ऑपरेटेड वॉल्व के माध्यम से पर्जिंग प्रक्रिया के रियल टाइम अपडेट को ट्रैक करता है। वेंट्स पर स्थापित गैस एनालाइजर का उपयोग करता है। इसके साथ ही, एक लॉजिक और इंटरलॉक्स सिस्टम विकसित किया गया है, जो ऑपरेटर को कंट्रोल रूम से पूरे गैस लाइन की निगरानी और पर्जिंग करने की सुविधा प्रदान करता है। यह नया मॉडल पारंपरिक मैन्युअल कार्यों जैसे नाइट्रोजन वॉल्व को खोलने और वेंट्स के माध्यम से गैस की मात्रा का आकलन करने के कारण गैस लाइन के अपर्याप्त पर्जिंग के जोखिम को समाप्त करता है।
विशिष्ट रूप से, यह मॉडल अपर्याप्त पर्जिंग के कारण होने वाले उच्च जोखिम की किसी भी गतिविधि को पूरी तरह खत्म करता है। इसके परिणामस्वरूप, पर्जिंग समय में 50% की कमी आती है, जिससे प्रति शटडाउन करीब 215,000 डॉलर की बचत होती है। इसके अलावा, यह मॉडल संयंत्र के शटडाउन और स्टार्टअप को 100% सुरक्षित बनाता है।
प्रोसेस सेफ्टी मैनेजमेंट में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए, टाटा स्टील डिजिटल तकनीक का उपयोग कर रही है, जिससे प्रोसेस सेफ्टी क्रिटिकल इक्विपमेंट का समय पर रखरखाव सुनिश्चित हो सके और महत्वपूर्ण इक्विपमेंट की खराबी में कमी लाई जा सके। इसके अलावा, कंपनी ने अपने सभी लोकेशंस पर कर्मचारियों की प्रोसेस सेफ्टी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए प्रोसेस सेफ्टी स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की है।
पिछले वर्ष, टाटा स्टील को जोखिम भरी गतिविधियों की रियल-टाइम विज़ुअलाइज़ेशन तकनीक के लिए वर्ल्डस्टील सेफ्टी एंड हेल्थ एक्सीलेंस रिकग्निशन से सम्मानित किया गया था।
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