प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल बीजों की 109 किस्में करेंगे जारी

कृषि देश नई दिल्ली
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अगस्त को दिल्ली के पूजा में आयोजित कार्यक्रम में बीजों की 109 किस्मों को जारी करेंगे। कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा। आज लगभग 50% लोगों को रोजगार कृषि क्षेत्र देता है। किसान अगर उत्पादक है तो सबसे बड़ा उपभोक्ता भी है। किसान कुछ खरीदता है, उससे जीडीपी बढ़ती है।

श्री चौहान ने कहा कि उत्पादन बढ़ाना और लागत घटाना है तो अच्छे बीज चाहिए। जलवायु परिवर्तन के कारण धरती की सतह का तापमान बढ़ रहा है। हमें ऐसे बीजों की जरूरत है, जो जलवायु अनुकूल हों। उचित पैदावार दे सकें, कीटनाशकों का प्रयोग कम हो। बीज उत्पादित करना, बीज बनानाख्‍ अनुसंधान करना बहुत महत्वपूर्ण है। आईसीएआर निरंतर इस काम में लगा है।

पिछले दिनों बीजों की 109 किस्में तैयार की गई हैं। अनाज की 23, अनाज में चावल की 9, गेहूं की 2, जौ की 1, मक्का की 6, ज्वार की 1, बाजरा की 1, रागी की 1, छीना की 1, सांबा की 1, अरहर की 2, चने की 2, मसूर की 3, मटर की 1, मूंग की 2, ओवरऑल तिलहन की 7 किस्में। चारे की 7 किस्में, गन्ने की 7 किस्में, कपास की 5, जूट की एक, बागवानी की 40 किस्में।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने अनुसंधान करके अधिक उत्पादन देने वाली, धान की ऐसी किस्म भी तैयार की है, जिसमें 20% कम पानी लगेगा। उत्पादन के साथ कीटों का कम प्रकोप हो, वो प्रयत्न भी किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अगस्त को सुबह 11 बजे 109 किस्मों को जारी करेंगे। अलग एग्रो क्लाइमेटिक ज़ोन के लिए अलग किस्म हैं। एरिया स्पेसिफिक फसलों के लिए बीजों की किस्म तैयार की गई है। रिलीज करने का कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं हो रहा है, बल्कि प्रधानमंत्री खेत में ही जाकर फसलों को रिलीज करेंगे। पीएम आईसीएआर के खेतों में जाएंगे। तीन स्थानों पर बीजों की किस्मों को रिलीज करेंगे। लैब टू लैंड, विज्ञान सीधे किसान तक पहुंचें। रिसर्च का फायदा किसान तक पहुंच जाए। सब एक जगह हो, यह प्रयत्न किया गया है।

श्री चौहान ने कहा कि पिछले साल 1 लाख 95 हजार करोड़ की सब्सिडी फर्टिलाइजर पर प्रदान की गई थी। इस साल 1 लाख 70  हजार करोड़ की सब्सिडी का प्रावधान है। खपत बढ़ेगी तो ये बढ़ भी जाएगी।

श्री चौहान ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में बागवानी भी महत्वपूर्ण है। फल के जो पौधे होते हैं, वो बीज से नहीं, कलम से बनते हैं अगर मूल कलम में वायरस हो, तो उससे दूसरे कलमों में भी वायरस हो जाते हैं। इसके लिए क्लीन प्लांट प्रोग्राम के लिए 1,700 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। हम किसानों को जो बागवानी के क्षेत्र में फलों की खेती करेंगे, उसके लिए पूरा एक सिस्टम है, उसके लिए 9 सेंटर बनाए जाएंगे। कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में निरंतर बेहतर करने का प्रयास चल रहा है।

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