- कमांड क्षेत्रों के लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की भी पहल
रांची। सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के प्रमुख कोयला खनन क्षेत्र में से एक आम्रपाली एवं चंद्रगुप्त क्षेत्र है। यह झारखंड के चतरा जिले में स्थित है। इसके अंतर्गत आम्रपाली एवं चंद्रगुप्त नामक दो परियोजनाएं हैं। इसमें चंद्रगुप्त परियोजना का परिचालन शुरू होना बाकी है।
वित्त वर्ष 2023-24 में इस क्षेत्र ने 22.58 मिलियन टन का कोयला उत्पादन कर सीसीएल को अपने निर्धारित लक्ष्य को पार करने में बहुमूल्य योगदान दिया। साथ ही, 28.58 मिलियन क्यूबिक मीटर का ओवरबर्डन रिमूवल और 21.67 मिलियन टन कोयले का प्रेषण भी किया है।
ज्ञातव्य हो कि सीसीएल झारखंड सरकार के खजाने में सबसे ज्यादा राजस्व का योगदान देती है। यह क्षेत्र राज्य और देश की ऊर्जा आवश्यकता की पूर्ति में अग्रणी भूमिका निभा रहा हैं। आम्रपाली परियोजना में लगभग 467 एमटी कोयले का भंडार है। दूसरी परियोजना चंद्रगुप्त में 527 एमटी कोयले का भंडार है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए परियोजना का उत्पादन लक्ष्य 24 मिलियन टन रखा गया है।
आम्रपाली-चंद्रगुप्त ओपनकास्ट परियोजना में शॉवेल एवं डम्पर संयोजन के माध्यम से सरफेस माइनर (ब्लास्टिंग फ्री तकनीक) और अन्य आधुनिक मशीनों का उपयोग करके पर्यावरण-अनुकूल खनन किया जा रहा है। यह परियोजना न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव सुनिश्चित करते हुए अधिकतम कोयला उत्पादन करने में सफल रही है।
यह क्षेत्र अपनी परिचालन उपलब्धियों के अलावा कमांड क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, सामुदायिक विकास और कौशल प्रशिक्षण इत्यादि लोक कल्याणकारी पहल से क्षेत्र के लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है।
स्वास्थ्य : सीसीएल ने टंडवा ब्लॉक, चतरा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में एक ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किया है। यह गंभीर मरीजों के इलाज में काफी मददगार है। नियमित रूप से विभिन्न स्थानों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जाता है। इसके अतिरिक्त टंडवा क्षेत्र विकास कार्यक्रम (टीएडीपी) के हिस्से के रूप में सदर अस्पताल (चतरा) में आईसीयू बेड स्थापित किए गए हैं।
शिक्षा : सीसीएल ने विद्यार्थिओं के बहुआयामी विकास के लिए 30 सरकारी स्कूलों में 54 स्मार्ट कक्षाएं स्थापित की हैं। स्कूली बच्चों के लिए 500 डेस्क बेंच एवं बच्चों के परिवहन के लिए 52 सीटर स्कूल बस भी उपलब्ध कराई है। छात्रों को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लिए 20 आरओ युक्त सयंत्र स्थापित किए हैं।
सामुदायिक विकास और कौशल प्रशिक्षण : कंपनी ने विभिन्न गांवों में 1500 सोलर लाइट और 43 हाई मास्ट सोलर लाइट स्थापित की है। इस क्षेत्र के निवासियों के सुगम पेयजल उपलब्धता के लिए 16 सौर ऊर्जा संचालित बोरवेल का निर्माण भी किया हैं। आत्मनिर्भर बनाने के लिए 20 दिव्यांगजनों को मोटर चालित तिपहिया साइकिल और कृत्रिम अंग प्रदान किए हैं। स्थानीय युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए 35 बैटरी संचालित तिपहिया साइकिल का वितरिण किया गया हैं।
स्वरोजगार को बढ़ावा : कंपनी ने स्वरोजगार को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन के उद्देश्य से एचएमवी प्रशिक्षण के माध्यम से कमर्शियल ड्राइविंग में 27 व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया है। कर्मियों के आवासीय सुविधा के लिए एक स्मार्ट टाउनशिप का निर्माण प्रगति पर है।
प्रबंधन के मुताबिक आम्रपाली-चंद्रगुप्त क्षेत्र कोल इंडिया के अध्यक्ष पी.एम. प्रसाद के मार्गदर्शन और सीसीएल के सीएमडी डॉ. बी. वीरा रेड्डी के नेतृत्व से प्रेरित होकर कंपनी ने देश की ऊर्जा मांगों को पूरा करने के साथ – साथ श्रमिकों एवं हितधारकों के समावेशी विकास की दिशा में सफलतापूर्वक अग्रसर है।
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