
नई दिल्ली। सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पूसा स्थित राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘सशक्त नारी-विकसित भारत’ कार्यक्रम में भाग लिए और ‘नमो ड्रोन दीदियों’ की ओर से कृषि क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग का प्रदर्शन देखा। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने 1,000 से अधिक ‘नमो ड्रोन दीदियों’ को ड्रोन भी सौंपे। वहीं इस कार्यक्रम में अलग-अलग राज्यों से कई महिलाएं शामिल हुईं।
दरअसल, यह कार्यक्रम महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए आज एक और पहल की गई। बताते चलें कि, दिल्ली में आयोजित ‘सशक्त नारी-विकसित भारत कार्यक्रम’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1000 दीदीयों को ड्रोन सौंपा।
यह योजना महिलाओं को आधुनिकता के साथ एग्रीकल्चर में अपना योगदान देने के लिए शुरू किया गया है। इसके लिए सरकार फ्री में ट्रेनिंग भी दे रही है। वहीं, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, “आपने स्वयं सहायता समूहों की 15,000 महिलाओं को ‘ड्रोन दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा है। और इन नमो ड्रोन दीदीयों को प्रशिक्षित किया गया है।
साथ ही आज, हम 1094 नमो ड्रोन दीदीयों को ड्रोन उपलब्ध करा रहे हैं, जब ये 15,000 ड्रोन दीदीयां उड़ाएंगी, तो इससे न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, बल्कि लाखों परिवार भी सशक्त होंगे।”
इस कार्यक्रम के मुख्य आकर्षणों में नमो ड्रोन दीदीयों द्वारा पूरे भारत में कृषि ड्रोन का प्रदर्शन देखना है। साथ ही स्वयं सहायता समूहों को 10,000 करोड़ रुपये या तो बैंक ऋण के रूप में या पूंजीकरण सहायता निधि के माध्यम से दिए गए। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने रिवॉल्विंग फंड, सामुदायिक निवेश फंड और बैंक ऋण भी वितरित किए।