हीरानंदानी समूह के दफ्तरों और परिसरों पर ईडी का छापा, कहीं महुआ मोइत्रा से जुड़ा मामला तो नहीं ?

मुंबई
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मुंबई। आज यानी गुरुवार को ईडी ने हीरानंदानी समूह के दफ्तरों और परिसरों में छापेमारी की। इस वजह से दिन भर अफरा-तफरी मची रही। बता दें कि, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को फेमा नियमों के उल्लंघन के आरोप में रियल एस्टेट दिग्गज हीरानंदानी समूह के परिसरों पर छापा मारा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी की टीमों ने मुंबई में समूह के कम से चार ठिकानों की तलाशी ली। इसमें हीरानंदानी ग्रुप का मुख्यालय भी शामिल है। ईडी ने मुंबई में हीरानंदानी समूह के मुख्य कार्यालयों और अन्य ठिकानों पर आज सुबह छापा मारा।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने समूह के मुख्य कार्यालयों समेत शहर के चार से पांच स्थानों की तलाशी ली। सूत्रों ने बताया कि विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन से जुड़े मामले में यह कार्रवाई की गई है।

हीरानंदानी ग्रुप की ओर से इस पर अभी कोई अधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि ईडी ने कथित फेमा उल्लंघन मामले में मुंबई और उसके आसपास समूह के परिसरों की तलाशी ली।

इससे पहले, मार्च 2022 में आयकर (आईटी) विभाग ने मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई में फैले हीरानंदानी समूह के लगभग 25 परिसरों की तलाशी ली थी। यह तलाशी समूह द्वारा संदिग्ध कर चोरी को लेकर की गई थी।

तब आईटी अधिकारियों ने मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) समेत समूह के शीर्ष अधिकारियों से संबंधित तीन शहरों में कार्यालयों और आवासीय परिसरों की तलाशी ली थी।

हालांकि सूत्रों ने बताया कि यह मामला टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ एक अन्य फेमा जांच से जुड़ा नहीं है। कैश फॉर क्वेरी मामले में फंसने के बाद तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा को पिछले साल दिसंबर में लोकसभा सांसद के रूप में निष्कासित कर दिया गया था।

महुआ ने खुद स्वीकार किया है कि उन्होंने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को लोकसभा वेबसाइट की अपनी आईडी और पासवर्ड दी थी। जिससे हीरानंदानी उनकी तरफ से सवाल कर सकें। 43 साल के दर्शन हीरानंदानी रियल एस्टेट टाइकून और हीरानंदानी समूह के संस्थापक निरंजन हीरानंदानी के बेटे हैं।

दर्शन हीरानंदानी ग्रुप के सीईओ हैं। हीरानंदानी ग्रुप रियल एस्टेट सेक्टर में एक बड़ा और दशकों पुराना नाम है। इसका अधिकतर कारोबार मुंबई शहर और आसपास के शहरों में है।