आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के विधानसभा क्षेत्र में मनरेगा योजना में महाघोटाला होने का मामला प्रकाश में आया है। यहां प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के नाम पर लाखों रुपये का बंटरबांट सरकार कर्मचारियों ने कर लिया गया है। इस मामले में उपायुक्त ने खुद जांच करने की बात कही है।
जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन में अपने घर वापस लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को सरकार ने घर में ही रोजगार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के नाम पर कई जगह कच्ची नाली सहित कई निर्माण कराये गये। किंतु यह धरातल पर नहीं है। अधिकतर काम कागजों में हुए हैं। हालांकि मजदूरों को इसका पेमेंट जरूर किया गया है।
जानकारी के मुताबिक पंचायत सचिव ,रोजगार सेवक एवं संबंधित पदाधिकारियों की मिलीभगत से 14वें वित्त आयोग और मनरेगा में महाघोटाला हुआ है। इस मामले उपायुक्त विनोद कुमार टोप्पो ने पूछने पर कहा कि वे 6 फरवरी को सदर प्रखंड जा रहे हैं। वहां मनरेगा के तहत किये गये कार्यों की जांच करेंगे। इसमें किसी तरह की गड़बड़ी पाये जाने पर मनरेगा अधिनियम के तहत गड़बड़ी करने वालो पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।