रांची। इस समय की बड़ी खबर देवघर और गोड्डा से आ रही है, जहां पूर्व मेयर समेत कई कारोबारियों के 24 ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी चल रही है। मामला चारु शीला ट्रस्ट और फलेरिया कोठी की जमीन के साथ-साथ शराब कारोबार से जुड़ा है।
जमीन और शराब कारोबार से जुड़े लोगों के घर पर देवघर और गोड्डा में आईटी डिपार्टमेंट ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। सभी ठिकानों पर सोमवार की अहले सुबह ही एक साथ धनबाद और पटना इनकम टैक्स टीम के नेतृत्व में छापेमारी शुरू हुई है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को जमीन बिक्री में सरकार को स्टांप ड्यूटी में कम रकम दर्शाते हुए अधिक पैसे कमाने का मामला पता चला है। सिलेबल जमीन के साथ-साथ नॉन सिलेबल जमीन खरीदारी में भी अधिक संपत्ति अर्जित करने को लेकर छापेमारी चल रही है।
देवघर में जमीन कारोबारी बृजेश राय के जसीडीह स्थित तीन ठिकाने सियाराम हॉस्पिटल, संत फ्रांसिस हॉस्पिटल वाली गली स्थित बृजेश राय के आवास और उसके सिमरिया स्थित आवास पर इनकम टैक्स की टीम छापेमारी कर रही है।
वहीं इसी मामले में देवघर निगम के पूर्व मेयर राजनारायण खवाड़े उर्फ बबलू खवाड़े, उनके सहयोगी रहे उमाशंकर सिंह, रियल एस्टेट कारोबारी संजय मालवीय के कई ठिकानों पर भी रेड जारी है। बबलू खवाड़े के रितिक राज होटल सहित अन्य ठिकाने भी शामिल हैं। संजय मालवीय के होटल अंजुला मेंशन उनके अपार्टमेंट पर रेड जारी है।
इस कार्रवाई को इनकम टैक्स पटना और धनबाद की टीम लीड कर रही है। कोलकाता के सीए माखन सतनालीवाला के महेश मिश्रा के आवास बंपास टाउन में भी रेड चल रही है। गोड्डा के कॉन्ट्रेक्टर मुकेश बजाज के आवास पर भी छापेमारी चल रही है।
गोड्डा में मुकेश के आवास के अलावा उसके अन्य दुकान में भी छापेमारी के लिए टीम पहुंची है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता नंदकिशोर दास के यहां भी छापेमारी चल रही है। इसके अलावा कोलकाता में बालानन्द आश्रम से जुड़े 10 ठिकानों के अलावा बालानन्द ट्रस्ट के दुर्गापुर स्थित कैंसर हॉस्पिटल में भी एक साथ छापेमारी चल रही है।
बताया जाता है कि ईडी की रिमांड अवधि में योगेंद्र तिवारी से पूछताछ के दौरान जो सूचनाएं मिल रही हैं, उसी के आधार पर उनसे जुड़े लोगों के यहां इनकम टैक्स की रेड चल रही है। इनकम टैक्स के इस रेड को योगेंद्र तिवारी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
बताते चलें कि, देवघर के नौलखा स्थित चारु शीला ट्रस्ट की जमीन और फाइलेरिया कोठी के पास की जमीन के अलावा शराब कारोबार से जुड़े लोगों के यहां यह रेड चल रही है। जिसमें करोड़ों रुपए के लेनदेन हुए हैं। यदि इनकम टैक्स की रेड में अधिक अवैध ट्रांजैक्शन का पता चला, तो बाद में इसे ईडी भी टेक ओवर कर सकती है।