नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से बेदखल करने के उद्देश्य से बनी इस गठबंधन में शुरू से ही सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अब तो विवाद खुलकर सामने आ गया है। आइए जानें… लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन को हराने के मकसद से बनाई गयी इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे से पहले ही रार शुरू हो गई है। दो बड़ी पार्टियों के बीच पीएम पद को लेकर घमासान मचा हुआ है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में पोस्टर वार छिड़ गई है। पहले सपा ने अखिलेश यादव को भावी प्रधानमंत्री का पोस्टर लगवाया था। अब कांग्रेस ने उसके जवाब में राहुल गांधी को 2024 में देश का मुखिया और अजय राय को 2027 में प्रदेश का सीएम बनने का पोस्टर लगाया है।
कांग्रेस कार्यालय के बाहर लगे इस पोस्टर में लिखा है- 2024 में राहुल और 2027 में राय। इस पोस्टर का सीधा संदेश है कि 2024 में राहुल गांधी प्रधानमंत्री, तो 2027 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मुख्यमंत्री बनेंगे। इन दिनों सपा मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन के तहत सीट न मिलने से काफी नाराज है और यहां अकेले चुनाव लड़ रही है।
सीट न मिलने के कारण सपा ने कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाए। अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश कांग्रेस नेता को चिरकुट बोल दिया। इसके बाद उनके ऊपर भी तीखी टिप्पणी की गयी और फिर उस दिन के बाद से विवाद बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस दफ्तर के बाहर एक कार्यकर्ता ठाकुर नितांत सिंह नितिन द्वारा लगाए गए इस पोस्टर ने सपा और कांग्रेस के विवाद को और हवा दे दी है।
लखनऊ में बीते दिनों समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर सपा प्रमुख अखिलेश यादव को ‘भावी प्रधानमंत्री’ बताते हुए एक होर्डिंग लगाया गया था। होर्डिंग लगाने वाले समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन ने कहा, ”समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता चाहते हैं कि अखिलेश यादव देश के पीएम बनें। भारत गठबंधन में हम चाहते हैं कि अखिलेश यादव ही प्रधानमंत्री का चेहरा बनें। कोई भी दावा कर सकता है, लेकिन असल में जो भाजपा को हरा सकती है वो समाजवादी पार्टी है।”
एक ओर जहां भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन अगामी लोकसभा चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ने जा रही है, वहीं विपक्षी गठबंधन इंडिया की ओर से अभी तक किसी को पीएम कैंडिडेट नहीं घोषित किया गया है।
अब तक इंडिया गठबंधन द्वारा सामूहिक नेतृत्व की बात की जा रही है और दावा किया जा रहा है कि सीट शेयरिंग से लेकर पीएम कैंडिडेट तक का फैसला बाद में लिया जाएगा। इस झगड़े के बाद समाजवादी पार्टी ने मध्य प्रदेश में 50 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर ली है और उम्मीदवार घोषित भी कर दिए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें, तो यूपी से लगे मध्य प्रदेश के कई इलाकों में सपा, कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकती है।