वाशिंगटन। बड़ी खबर अमेरिका से आई है। इजरायल और हमास के बीच चल रही लड़ाई बुधवार को पांचवें दिन भी जारी है। इसमें तीन हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है। हथियार लेकर अमेरिका का पहला विमान इजरायल पहुंच गया है। इसके साथ ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल पर हुए हमले को लेकर बड़ा बयान दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को बताया कि इजरायल पर हमास के हमले में कम से कम 14 अमेरिकी नागरिक मारे गए हैं। उन्होंने हमास की बुराई बतायी और कहा कि हमास का मकसद इजरायल को नष्ट करना और यहूदी लोगों को मारना है।
राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में बाइडेन ने कहा, “जीवन में ऐसे क्षण आते हैं, जब दुनिया में शुद्ध बुराई फैलाई जाती है। इजरायल के लोग इस सप्ताहांत ऐसे ही एक क्षण से गुजरे। हमास के आतंकियों ने इजरायल में 1000 से अधिक नागरिकों की हत्या कर दी। यह सिर्फ हत्या ही नहीं थी, कत्लेआम किया गया।
माता-पिता और बच्चों को मार दिया गया। छोटे-छोटे बच्चों की हत्या की गई। शांति का जश्न मनाने के लिए एक संगीत समारोह में भाग लेने के दौरान युवाओं की हत्या की गई।”
बाइडेन ने कहा कि हमास ने ISIS की तरह क्रूरता की है। दुख की बात है कि यहूदी लोगों के लिए आतंकवाद नई बात नहीं है। इस हमले ने सहस्राब्दियों से चली आ रही यहूदी विरोधी भावना और यहूदी लोगों के नरसंहार द्वारा छोड़ी गई दर्दनाक यादों को ताजा कर दिया है।
बाइडेन ने कहा, “हम इजराइल के साथ खड़े हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इजराइल के पास अपने नागरिकों की देखभाल करने, अपनी रक्षा करने और इस हमले का जवाब देने के लिए वह सब कुछ है, जो उसे चाहिए। आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं है।”