रांची। आतंक का पर्याय पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के बेहद खास माने जाने वाले प्रकाश साहू समेत 3 उग्रवादियों के खिलाफ सीसीए के तहत कार्रवाई की गई है। प्रकाश साहू के अलावा लखन गोप उर्फ जितेन्द्र गोप और पौलूस टोपनो उर्फ अमित पर यह कार्रवाई की गई है।
ये तीनों हत्या, रंगदारी, पुलिस पार्टी पर हमला, लेवी वसूली के लिए हमला जैसे बड़े आपराधिक मामलों में संलिप्त रहे हैं। झारखंड अपराध नियंत्रण अधिनियम 2002 की धारा 12 (2) के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया था।
सीसीए के प्रस्ताव पर मंजूरी मिलने के बाद अधिनियम की धारा 12 (2) के तहत कार्रवाई की गई है। प्रकाश साहू पर संगठन के लिए काम करने एवं क्षेत्र में लॉजिस्टिक सहयोग पहुंचाने, व्यापारियों को डरा धमकाकर लेवी वसूलने, संगठन का प्रचार-प्रसार करने, सिम कार्ड उपलब्ध कराने समेत कई गंभीर आरोप हैं। पुलिस को जानकारी मिल रही थी कि कारोबारियों को डरा धमकाकर लेवी वसूली की जा रही है।
प्रकाश साहू को दो मामले में जमानत मिल चुकी है। पुलिस को आशंका है कि दिसंबर तक जेल से बाहर निकल सकता है। इसीलिए प्रकाश साहू, लखन गोप उर्फ जितेन्द्र गोप और पौलूस टोपनो का स्पीडी ट्रायल की श्रेणी में डालकर सजा दिलाई जाएगी।