दुमका। खबर झारखंड के दुमका से है। जमीन विवाद मामले में बुधवार को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. हफीजुल हसन समेत आठ आरोपी एमपी एमएलए की विशेष अदालत में पेश हुए। अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी जितेन्द्र राम की अदालत में देवघर जिले के मधुपुर अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में दाखिल परिवाद केस में मंत्री समेत आठ आरोपियों की ओर से वरीय अधिवक्ता एखलाक अहमद उर्फ पप्पू ने पैरवी की। अदालत में आरोपियों के खिलाफ आरोप गठन किया गया।
अगली तिथि 13 अक्टूबर मुकर्रर की गयी। बचाव पक्ष के अधिवक्ता के अनुसार देवघर जिले के मधुपुर की रहनेवाली शांति देवी नामक महिला ने मधुपुर के अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में चोरी, जमीन विवाद और मारपीट का आरोप लगाते हुए पीसीआर दाखिल किया था।
24 नवंबर 2013 को हुई घटना में हफीजुल अंसारी, मो. तनवीर, सुबोधानंद चौधरी, मुरारी चौधरी, सुशील अग्रवाल, राजेश पंसारी, पप्पू बथवाल और पल्टु बथवाल को आरोपी बनाया गया था।
मो. हफीजुल वर्तमान में झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं। इस मामले में सभी आरोपी पूर्व से जमानत पर हैं। बचाव पक्ष के अधिवक्ता के अनुसार संबंधित मामले में दोनों पक्षों में सुलह हो गई और न्यायालय में पूर्व में ही संयुक्त रूप से सुलह पत्र दाखिल किया जा चुका है। परिवादी की ओर से अभिजीत शेखर ने पैरवी की।