नई दिल्ली। राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सदन के सुचारू संचालन के लिए रविवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की। उन्होंने सदन की कार्यवाही को सुचारू ढंग से चलाने और कामकाज को पूरा करने के संबंध में राजनीतिक दलों का सहयोग मांगा। उपराष्ट्रपति निवास पर आयोजित बैठक में राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, सदन के नेता थावरचंद गहलोत, विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद सहित विभिन्न पार्टियों के करीब 25 नेताओं और कई मंत्रियों ने भाग लिया। नेताओं ने सभापति को आश्वासन दिया कि वे सदन में सामान्य कामकाज के लिए सहयोग करेंगे लेकिन उनकी अपेक्षा है कि सदन में राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर पर्याप्त चर्चा हो।
सभापति ने कहा कि वे चाहते हैं कि सदस्यगण सदन की कार्यवाही और चर्चा में पूरी तरह भाग लें। बैठक में यह भी तय किया गया कि बजट सत्र के पहले चरण में अब सदन की कार्यवाही 15 फरवरी के बजाय 13 फरवरी तक चलेगी। उसके बाद विभिन्न मंत्रालयों से संबंधित संसदीय समितियों, विभिन्न मंत्रालयों की अनुपूरक मांगों का लेखा-जोखा लेंगे।
बैठक में राजनीतिक दल के नेताओं ने कहा कि उन्हें राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए। वह बजट पर चर्चा के लिए भी पर्याप्त समय चाहते थे। सभापति ने सदस्यों की इस मांग के संदर्भ में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी से कहा कि वह इस संबंध में पर्याप्त समय निर्धारित करें। नायडू ने सदन की कार्यवाही को बेहतर तरीके से चलाने के लिए मंत्रियों और सदस्यों पर सदस्यों को चर्चा का अधिक समय मिल सकेगा।