नई दिल्ली। सिंघु बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों से हाथापाई करने के आरोप में पुलिस ने एक पोर्टल के स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पूनिया को गिरफ्तार किया है। पुनिया पर आरोप है कि उन्होंने प्रदर्शन स्थल पर जबरदस्ती घुसकर वीडियो रिकॉर्ड करने की कोशिश की और जब पुलिसकर्मियों ने रोका तो उनके साथ हाथापाई की। पुलिस ने रविवार को मनदीप को तिहाड़ जेल के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
पुनिया की रिहाई की मांग समेत अन्य मुद्दों को लेकर दोपहर को पत्रकारों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान पत्रकारों ने जमकर नारेबाजी की। पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन करने के बाद पत्रकारों ने प्रेस क्लब तक पैदल मार्च निकाला। पत्रकार अपने हाथों ने पोस्टर लेकर चल रहे थे। जिसमें पत्रकारों पर हमला बंद करने और मनदीप को तुरंत रिहा करने की मांग के संबंध में स्लोगन लिखा था।मनदीप की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का कहना है कि शुक्रवार को किसानों और स्थानीय लोगों के बीच टकराव होने के बाद शनिवार सुबह से ही एहतियातन बिना पहचान पत्र के किसी को भी इस इलाके में घुसने की मनाही थी।
शनिवार शाम सात बजे मनदीप पूनिया मोबाइल से वीडियो रिकार्ड करने लगे, जिसे देखकर पुलिसकर्मियों ने उसे रोका और पूछताछ की। उन्होंने खुद को पत्रकार बताया, लेकिन अपना पहचान पत्र नहीं दिखा सके।संदेह के आधार पर जब उनसे पूछताछ की जा रही थी तो वह पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई करने लगे। बाद में पुलिस ने अलीपुर थाने में उनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, मारपीट करने और लोकसेवक को चोट पहुंचाने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। वहीं बॉर्डर से वायरल हुए एक वीडियो में पुलिसकर्मियों को बैरिकेड के पास से मनदीप को पकड़कर ले जाते हुए देखा गया है।