सीएमपीडीआई की प्रयोगशाला को एनएबीएल ने दी मान्यता

झारखंड
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  • कैलिब्रेशन लेबोरेट्रोरिज और जैविक परीक्षण होता है

रांची। सीएमपीडीआई के आसनसोल स्थित क्षेत्रीय संस्थान-1 के पर्यावरण प्रयोगशाला को परीक्षण के विभिन्न क्षेत्रों में इसकी सुविधाओं के लिए मानक आईएसओ/आईईसी 17025 : 2017 ‘टेस्टिंग एवं कैलिब्रेशन लेबोरेट्रोरिज की क्षमता के लिए सामान्य आवश्यकताएं’ के अनुसार मूल्यांकन किया गया। मान्यता प्रदान की गयी है। सीएमपीडीआई को जैविक परीक्षण सेवा मान्यता भी प्राप्त हुई है। इसके साथ ही सीएमपीडीआई ने अपने अधीन एक और परीक्षण सेवा जोड़ी ली है।

इस प्रयोगशाला में वायु गुणवत्ता मापदंडों यथा सल्फर डाय-आक्साइड,  नाइट्रोजन ऑक्साइड,  पीएम10 एवं पीएम2.5, ध्वनि स्तर माप, पानी की गुणवत्ता (सतह/प्रवाह/पेय/जमीन), जैसे पीएच, अमोनिकल नाइट्रोजन, सीओडी, बीओडी,  कुल कठोरता, घुलनशील ऑक्सीजन, टीडीएस, टीएसएस, पानी में भारी धातुएं (लोहा, मैंगनीज, क्रोमियम, तांबा, जस्ता/जिंक) का रासायनिक परीक्षण एवं टोटल कोलीफॉर्म ऑगेनिज्म जैसे मापदंडों पर जैविक परीक्षण आवश्यकतानुसार किया जाता है।

सीएमपीडीआई के आसनसोल स्थित क्षेत्रीय संस्थान-1 के पर्यावरण प्रयोगशाला को पहली बार 2020 में एनएबीएल द्वारा मान्यता प्रदान की गयी थी। अब इसे मूल्यांकन के उपरांत वर्ष 2023 में फिर से मान्यता प्रदान की गयी है, जो 21 मई, 2025 तक वैध होगी।

एनएबीएल मान्यता परीक्षण में सीएमपीडीआई की न केवल क्षमता स्थापित करती है, बल्कि कम्पनी द्वारा प्रदान की गई रिपोर्ट/कैलिब्रेशन सेवाओं के संबंध में ग्राहकों के बीच विश्वास और विश्वसनीयता भी बढ़ाती है।