नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान बिपरजोय भयंकर रूप धारण कर चुका है। वर्तमान में यह अरब सागर में केंद्रित है। तूफान के आने से भयंकर तबाही मचने की आशंका जताई जा रही है। इसे लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है।
नई दिल्ली स्थित मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि चक्रवात बिपरजोय अरब सागर में केंद्रित है। यह पोरबंदर के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 450 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके उत्तर में बढ़ने की उम्मीद है। यह 15 जून की दोपहर तक गुजरात के कच्छ के तट को पार करेगा, जिसकी रफ्तार 125-135 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।
डॉ महापात्रा के अनुसार 15 जून को सबसे अधिक खतरा है। सब लोगों को घर के अंदर सुरक्षित स्थान पर रहें। इसके आने से पेड़, बिजली के खंबे, मोबाइल टॉवर उखड़ सकते हैं। इसकी वजह से बिजली और दूरसंचार में व्यवधान आ सकता है। खड़ी फसलों का भी नुकसान होगा।
चक्रवात बिपरजोय को लेकर SDM पार्थ तलसानिया ने कहा कि तूफान के मद्देनजर हमने तैयारी कर ली है। तूफान के बढ़ते ही हम लोगों को दूसरे स्थान सुरक्षित लेकर जाएंगे। समुद्र तट पर प्रशासन तैनात है। वोट सर्विस बंद है। 20 टीम फील्ड पर तैनात है। पेट्रोलिंग चल रही है। अभी गोमती घाट पर जाने पर मनाही की गई है।
SDM ने सुरक्षा के मद्देनजर श्रद्धालुओं से निवेदन है कि द्वारकाधीश मंदिर में जब आप आए तब सिर्फ मंदिर के दर्शन ही करके चले जाएं। गोमती घाट पर स्नान की इच्छा नहीं रखें।
रविवार को तूफान की वजह से गुजरात के द्वारका में उच्च ज्वार देखा गया। मुंबई में भी तूफान के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठती देखी गईं।