एओर्टिक रोगों पर जागरुकता बढ़ाना जरूरी : डॉ. ललित कपूर

झारखंड
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रांची। नारायणा हॉस्पिटल आर. एन. टैगोर हॉस्पिटल, मुकुंदपुर के वरिष्ठ कार्डियक सर्जन डॉ. ललित कपूर ने एओर्टिक रोगों के लिए विशेष देखभाल के महत्व पर जागरुकता बढ़ाने पर जोर दिया। मीडिया से बात करते हुए डॉ. कपूर ने भारत में एओर्टिक रोगों की बढ़ती घटनाओं पर प्रकाश डाला, जिनमें वाल्व संकीर्णता, एओर्टिक डिसेक्शन, डाइलेटेशन (एन्यूरिज्म), और रप्चर जैसी समस्याएँ शामिल हैं। उन्होंने बताया कि समय पर निदान और विशेष उपचार घातक परिणामों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

डॉ. कपूर ने कहा, “एओर्टिक रोग अक्सर बिना किसी लक्षण के होते हैं, लेकिन यदि समय पर पहचाने नहीं जाएं, तो यह घातक हो सकते हैं। नारायणा हेल्थ में हम उन्नत इमेजिंग, प्रारंभिक स्क्रीनिंग और कुशल सर्जरी विशेषज्ञता के संयोजन से प्रत्येक मरीज को समय पर और प्रभावी उपचार प्रदान करते हैं।”

अस्पताल का समर्पित एओर्टिक सेंटर अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञों की एक उच्च प्रशिक्षित टीम से सुसज्जित है। डॉ. कपूर ने अस्पताल में उपलब्ध उन्नत उपचार विकल्पों के बारे में बताया। इनमें रूट रिप्लेसमेंट प्रक्रियाएं शामिल हैं, जैसे बेंटल और डेविड तकनीक द्वारा एओर्टिक रूट के डाइलेशन (फैलाव) का उपचार।