नई दिल्ली। दुखद खबर आ रही है, कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव और कद्दावर राजनीतिक नेता सीताराम येचुरी की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। सांस संबंधी संक्रमण के कारण हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
येचुरी को गुरुवार को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था और तब से उनकी तबीयत में काफी गिरावट के कारण उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में वेंटिलेटर पर रखा गया है। गुरुवार शाम तक उनकी हालत और गंभीर बताई गई।
सूत्रों से पता चला कि येचुरी को तीन दिन पहले निमोनिया जैसे संक्रमण के इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था। भर्ती होने के बाद येचुरी की हालत तेजी से बिगड़ती गई। अस्पताल ने उनकी बीमारी के प्रकार का खुलासा नहीं किया है।
फिलहाल सात डॉक्टरों की एक टीम उनके इलाज की निगरानी कर रही है। 72 साल के नेता को इससे पहले निमोनिया जैसे सीने के संक्रमण के कारण 19 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। हाल ही में उन्होंने मोतियाबिंद की सर्जरी कराई थी।
जानकारी के मुताबिक, पिछले महीने की 19 अगस्त को उन्हें को एडमिट कराया गया था। उन्हें लंग्स में इंफेक्शन की समस्या बताई गई थी। उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था। तब डॉक्टरों ने हेल्थ अपडेट जारी किया था और उनकी हालत स्थिर बताई थी।
सीताराम येचुरी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव और एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। उनका जन्म 12 अगस्त 1952 को चेन्नई में हुआ था। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीए और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से एमए किया है।
येचुरी छात्र राजनीति के जरिए 1975 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सदस्य बने थे। येचुरी 2024 के लोकसभा चुनावों में विपक्षी गठबंधन इंडिया का हिस्सा रहे। वे वामपंथी राजनीति का प्रमुख चेहरा माने जाते हैं।