गया। दिल को दहला देने वाली खबर बिहार के गया से आई है, जहां मानपुर प्रखंड क्षेत्र की गेरे पंचायत के मिर्जापुर गांव में शनिवार की अहले सुबह निः संतान दंपती का अलग-अलग कमरे में फंदे से झूलता शव बरामद किया गया। घटना के बाद स्थानीय लोगों में कोहराम मच गया।
घटना की जानकारी पाते ही मुफस्सिल थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद एसआई शशि भूषण के साथ पहुंचे और मामले की जांच में जुट गये। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल भेज दिया। मृतक की पहचान 50 वर्षीय दिनेश सिंह व पत्नी 45 वर्षीय गीता देवी के रूप में की गयी है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्रवार की रात पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ और खाना खाने के बाद दिनेश कमरे में चले गये और उसकी पत्नी गीता भी दूसरे कमरे में सोने चली गयीं।
पत्नी गीता सुबह लगभग दो बजे उठी, तो देखा कि कमरे में पति दिनेश पंखे से फंदा डालकर लटके हैं और मौत हो चुकी है। इसके बाद गीता ने अपने मायके वालों के साथ अन्य रिश्तेदार और पड़ोसी को फोन कर घटना की जानकारी दी। जबतक परिवार एवं पड़ोसी घर आते गीता ने भी फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली थी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दिनेश एवं गीता ने निःसंतान होने के कारण अपने साढू की बेटी को जन्म के बाद से ही घर लाकर रखा था और उसका लालन-पालन माता-पिता की तरह किया। उसका नाम मनीषा है। उसका विवाह धूमधाम से 14 मार्च को किया था। मृतक के साले (जहानाबाद जिले के महदीपुर गांव निवासी) अरुंजय कुमार सिंह के बयान पर यूडी मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है।
दिनेश व उसकी पत्नी गीता का दाह संस्कार एक ही चिता पर किया गया। इस घटना से मिर्जापुर व आसपास के लोग काफी गमगीन हैं। इधर, कांग्रेस नेता डॉ शशि शेखर सिंह एवं रंजीत सिंह ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया।