10 लाख रुपये का इनामी नक्सली गिरफ्तार, 2013 से था पुलिस की रडार पर

झारखंड अपराध
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चतरा, लातेहार और गुमला में इसपर एक दर्जन से अधिक मामले हैं दर्ज

गुमला। झारखंड की गुमला पुलिस को रविवार को बड़ी सफलता मिली है। एसपी के निर्देश पर गठित टीम ने भाकपा माओवादी के 10 लाख रुपये के इनामी सबजोनल कमांडर शंभू गंझू उर्फ रवि गंझू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

रवि गंझू का घर चतरा जिला के टंडवा थाना स्थित हुम्बी सराढ़ू गांव है। पुलिस ने उसे घाघरा थाना के दीरगांव स्थित झलकापाठ कारासिली जंगल से गिरफ्तार किया है। उसके ऊपर चतरा, लातेहार, गुमला में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज है।

2013 से था पुलिस की रडार पर

वर्ष 2013 से पुलिस उसे खोज रही थी। वह भाकपा माओवादी के सैक सदस्य छोटू खेरवार के दस्ते में घूमता था। साथ ही सैक सदस्य बिरसाइ उर्फ साकेत का बॉडागार्ड भी रह चुका है। इधर, गुमला जिले में भाकपा माओवादी संगठन के कमजोर होने के बाद रवि गंझू को गुमला जिले में संगठन को मजबूत करने व विस्तार करने की जिम्मेवारी मिली थी।

इसलिए वह कई दिनों से घाघरा, बिशुनपुर व चैनपुर के गांवों में घूम रहा था। जो पुराने कैडर के सदस्य हैं और संगठन छोड़ दिये हैं। ऐसे लोगों को रवि गंझू खोजकर पुन: संगठन में शामिल होने के लिए दबाव बना रहा था।

गुप्त सूचना के आधार पर की छापेमारी

लेकिन, उससे पहले गुमला के पुलिस अधीक्षक शंभू कुमार सिंह को इसकी गुप्त सूचना मिल गयी। इसके बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ गुमला, घाघरा थाना प्रभारी व क्यूआरटी की टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने रवि गंझू को पकड़‍ने के लिए रणनीति बनायी। इसके बाद पुलिस टीम घाघरा थाना क्षेत्र के दीरगांव इलाके में घुसी और घेराबंदी कर रवि गंझू को गिरफ्तार किया। जिस समय रवि गंझू को पकड़ा गया।

वह अकेला था। उसके अन्य साथी साथ में नहीं थे। रवि के पास हथियार नहीं मिला है। क्योंकि वह ग्रामीण वेशभूषा में गांव-गांव घूमकर संगठन मजबूत करने में लगा हुआ था। हालांकि, उसके पास से एक थैला मिला है। जिसमें रवि गंझू के उपयोग के सामान साबुन, टूथ ब्रश, कोलगेट पेस्ट, कपड़ा साथ ही भाकपा माओवादी की प्रिंटेड पर्चा मिला है।