रांची। शुक्रवार को जैसी उम्मीद थी, वैसा ही हुआ। झारखंड में चंपाई सोरेन सरकार के ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भेज दिया है। सीएम चंपाई सोरेन ने उनके इस्तीफे को स्वीकार करते हुए अग्रसर कार्रवाई के लिए राजभवन भेज दिया है।
राजभवन से भी स्वीकृति मिलने की सूचना है। हालांकि शुक्रवार की देर शाम तक इससे संबंधित पत्र कैबिनेट विभाग नहीं पहुंचा था। कैबिनेट में पत्र पहुंचते ही इससे संबंधित अधिसूचना जारी होगी। बताते चलें कि, प्रवर्तन निदेशालय ने भ्रष्टाचार के आरोपों के आधार आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया है। उनसे अभी पूछताछ चल रही है। जानकारी के अनुसार ईडी के द्वारा गिरफ्तारी के बाद आलमगीर आलम को इस्तीफा नैतिक आधार पर देना ही था।
राज्य सरकार और कांग्रेस ने उनसे इस्तीफा नहीं मांगा था, लेकिन माना जा रहा है कि जिस आधार पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दिया, वह आधार आलमगीर पर भी लागू होता है। हेमंत सोरेन को इस्तीफा देने का परामर्श कांग्रेस ने ही दिया था और यही आधार बना कि अब आलमगीर आलम को इस्तीफा देना पड़ रहा है। हालांकि ऐसा करने के लिए उनके ऊपर कोई वैधानिक बाध्यता नहीं थी।
आलमगीर की ओर से इस्तीफा भेजे जाने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार करते हुए आगे की कार्रवाई के लिए इसे राजभवन भेज दिया। राजभवन सूत्रों के अनुसार राज्यपाल ने दूरभाष पर ही इस्तीफा स्वीकार करने संबंधी आदेश जारी करने को कहा है। देर शाम तक राजभवन से पत्र जारी होकर कैबिनेट विभाग नहीं पहुंचा था।
इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद कैबिनेट विभाग ही अधिसूचना जारी करेगा। सूत्रों के अनुसार कैबिनेट विभाग ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। राजभवन से पत्र मिलते ही सीएमओ को सूचित कर अधिसूचना जारी की जाएगी।