इफको के एमडी यूएस अवस्थी से मिले सीनियर कॉपरेटर मनोज झा, दी बधाई, कहा-किसान करें नैनो यूरिया और नैनो डीएपी का इस्तेमाल

नई दिल्ली देश
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किसानों की भूमि संरक्षित रहेगी और उत्पादन में भी होगी वृद्धि

नई दिल्ली। इफको को दुनिया की प्रमुख 300 सहकारी समितियों में शीर्ष सहकारी समिति का दर्जा मिलने पर सीनियर कॉपरेटर मनोज कुमार झा ने इफको के एमडी यूएस अवस्थी को बधाई दी है। नई दिल्ली में गुरुवार को हुई इस मुलाकात के दौरान श्री अवस्थी ने कहा कि, झारखंड के देवघर में विश्व के पहले इफको (IFFCO) नैनो यूरिया प्लांट के पांचवे सयंत्र का निर्माण लगभग पूरा हो चला है। इसके उद्घाटन की तारीखों का जल्द ही एलान हो सकता है।

नैनो यूरिया की देवघर इकाई बनने से यहां प्रतिवर्ष लगभग 6 करोड़ तरल यूरिया की बोतलों का निर्माण किया जाएगा, जिससे इसके आयात पर हमारी निर्भरता कम होगी और भारत इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने कहा कि देवघर में नैनो यूरिया प्लांट के सयंत्र का 4 फरवरी 2023 को केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भूमिपूजन और शिलान्यास किया था।

उन्होंने कहा कि, नैनो यूरिया के इस्तेमाल से किसान की भूमि भी संरक्षित रहेगी और उत्पादन में वृद्धि भी होगी। इफको के नैनो यूरिया प्लांट शिलान्यास के अवसर पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे, इफको के चेयरमैन दिलीप संघानी समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

श्री अवस्थी ने आगे कहा कि, नैनो यूरिया फसल की उत्पादकता, मिट्टी के स्वास्थ्य और उपज की पोषण गुणवत्ता में सुधार करता है। इसका उद्देश्य पारंपरिक यूरिया के असंतुलित और अत्यधिक इस्तेमाल को दूर करना है।

इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने कहा कि, देवघर में सयंत्र खुलने से बिहार और झारखंड के किसानों को फायदा होगा। झारखंड में सिंचाई की समस्या रहती है। ऐसे में नैनो यूरिया उपयोग करने से पानी की जरूरत बेहद कम पड़ेगी।

सीनियर कॉपरेटर मनोज कुमार झा ने किसानों को कम खर्च में अधिक उत्पादन के लिए नैनो यूरिया और नैनो डीएपी, जो 500 एमएल की बोतल में आती है, का इस्तेमाल करने की सलाह दी। इसके उपयोग से किसानों के काफी पैसे भी बचेंगे और उत्पादन भी बेहतर होगा।