रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अधीन संचालित फॉरेस्ट्री कॉलेज के पूर्व विद्यार्थियों ने कॉलेज में तालाबंदी की। विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। विद्यार्थी झारखंड वन सेवा नियमावली 2024 का विरोध कर रहे थे।
विद्यार्थियों ने कहा कि झारखंड वन सेवा नियमावली 2024 सरकार द्वारा 2 मार्च, 2024 को पारित किया गया। इसके पारित होने के बाद वानिकी स्नातकों को शैक्षणिक अहर्ता और नियुक्ति में प्राथमिकता नहीं मिलेगी। झारखंड राज्य वन विकास निगम में भी नियुक्ति नहीं की जा रही है।
इससे क्षुब्ध होकर उन्होंने शांतिपूर्ण एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर किया। नामांकित छात्र-छात्राओं द्वारा फोरेस्ट्री कालेज के मुख्य द्वार पर पूर्ण तालाबंदी कर शोक मनाया गया।
छात्रों का कहना था कि एशिया का यह पहला फॉरेस्ट्री डिग्री कॉलेज है। इसके बावजूद भी विगत 34 वर्षों से वन विभाग में नियुक्ति नियमावली की मांग की जा रही है। इसके बाद भी सरकार और विश्वविद्यालय द्वारा कोई भी सार्थक पहल नहीं की जा रही है। कालेज एवं विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जाता है।
धरना-प्रदर्शन में पूर्व छात्र डॉ फिरोज, चन्दन, अशफर, पवन, उत्कर्ष, प्रभात, अरविंद, नीतीश के साथ नामांकित छात्र-छात्राएं सौरभ लकड़ा, गिराज, अभिषेक, आलोक आदि मौजूद थे।
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