Jharkhand : प्रारंभिक शिक्षकों के लिए पहेली बना अंतर जिला स्थानांतरण

झारखंड
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  • ऑनलाइन शिक्षक ट्रांसफर पोर्टल में व्यापक त्रुटि

रांची। झारखंड के प्राथमिक और मध्य विद्यालय के शिक्षकों के लिए अंतर जिला स्थानांतरण एक पहेली बनकर रह गई है। पिछले 9 वर्षों से शिक्षक आस लगाए बैठे हैं। दो वर्षों से ट्रांसफर पोर्टल में व्‍यापक त्रुटि दिख रही है। उक्‍त बातें अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के पदधारियों ने कही।

संघ के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि नियम तीन वर्षों की सेवाकाल पूरी होने पर अंतर जिला स्थानांतरण का है, परंतु शिक्षकों के लिए यह सपना ही रह गया। शिक्षा विभाग की कृपा होने पर शिक्षक गृह जिला में स्थानांतरण होकर अपने परिवार के साथ रहकर शिक्षण कार्य करेंगे।

नसीम अहमद ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षक ट्रांसफर पोर्टल में व्यापक त्रुटि है। पिछले दो वर्षों से इस पोर्टल पर कार्य हो रहा है। इसके बावजूद अभी भी त्रुटियां दूर नहीं हुई है। नतीजतन राज्य के 7 हजार शिक्षक खासकर महिला शिक्षिका बेबस और लाचार है।

संघ के पदधारियों ने कहा कि शिक्षा विभाग के इस रवैये से उसके प्रति शिक्षकों में व्यापक आक्रोश व उबाल है। वे गोलबंद हो रहे हैं। शिक्षकों का मानना है कि लोकसभा चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। चुनाव आचार संहिता के कारण  अंतर जिला स्थानांतरण फिर लटक जाएगा।

मालूम हो कि‍ स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा पिछले साल जुलाई में स्‍थानांतरण की प्रक्रिया पूरी करने के लिए चार से पांच बार तिथि बढ़ाई गई। इसके बाद भी बीस जिलों ने तय समय पर इसकी प्रक्रिया पूरी नहीं की। महज चार जिलों ने ही प्रक्रिया पूरी की।

प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा इस संबंध में बीते 5 सितम्बर को पत्र जारी किया गया था। उसमें सभी जिलों को 20 दिसंबर तक जिला स्थापना समिति की बैठक कर अनुशंसा प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को उपलब्ध कराने को कहा गया था। कुछ जिलों द्वारा निदेशालय को 20 दिसंबर तक अनुशंसा उपलब्ध नहीं कराई गई। इस कारण इसकी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।

राज्य में शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए आवेदन जमा की प्रक्रिया 29 जुलाई से शुरू हुई थी। विभाग द्वारा जारी पहले पत्र के अनुरूप 19 अगस्त को आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी। जुलाई में जारी पत्र के अनुसार 15 अक्टूबर तक स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी होनी थी। इसके बाद आवेदन जमा करने की तिथि 9 सितंबर तक बढ़ा दी गई। शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी करने के लिए 5 नवंबर अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी। तय अवधि में भी स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी।

इसके बाद भी शिक्षा विभाग में तीसरी बार आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ाई। पहले नवंबर तक इसकी प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भी जिलों को 20 दिसंबर तक इसकी प्रक्रिया को पूरी करने को कहा गया। अब फरवरी का महीना खत्‍म होने को है। इसके बाद भी अंतर जिला स्थानांतरण की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

आक्रोश व्यक्त करने वाले शिक्षकों में धीरज कुमार, सुनील कुमार, राममूर्ति ठाकुर, असदुल्लाह, अनूप केशरी, दीपक दत्‍ता, हरेकृष्ण चौधरी, बाल्मिकी कुमार, अनिल कुमार सिंह, राकेश कुमार, राजीव लोचन सिंह, अजय ज्ञानी, प्रभात कुमार, रामचन्द्र खेरवार, सलीम सहाय, कृष्णा शर्मा, अमरेश सिंह, मनी उरांव, आनंद रजक, सच्चिदानंद सिंह, विनोद राम, शिव शंकर रजक, रवि‍कांत रवि, संजय कुमार, नंदकिशोर सिंह, टुडू यदुनाथ, मनोरंजन सिंह, प्रेम कुमार शर्मा, संजय कुमार, महेश्वर घोष आदि लोग शामिल है।

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