गुजरात। कहते हैं तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मोरा… इसी तर्ज पर सूरत के हीरा कारोबारी ने रामलला के लिए 11 करोड़ रुपये मूल्य के स्वर्ण मुकुट उपहार में दिया, जो कीमती रत्नों से जड़ा हुआ है और इसका वजन छह किलोग्राम है। बताते चलें कि, अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला के विग्रह पर सुशोभित बहुमूल्य रत्नजड़ित स्वर्ण मुकुट और मंदिर की चांदी की दो प्रतिकृति गुजरात के सूरत में तैयार की गईं।
प्रधानमंत्री ने नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में सोमवार को जब विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की गई, तब रामलला के सिर पर वह मुकुट उनकी शोभा बढ़ा रहा था। यह जानकारी पूरे घटनाक्रम से परिचित लोगों ने दी। उन्होंने बताया कि तीन किलोग्राम वजनी मंदिर की रजत प्रतिकृतियों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के बाद मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत को उपहार में दिया, जिन्हें सूरत के जौहरी ने बनाया है।
सूरत स्थित उद्योगपति और ग्रीनलैब डायमंड्स के प्रमुख मुकेश पटेल ने भगवान राम की मूर्ति के लिए 11 करोड़ रुपये का स्वर्ण मुकुट उपहार में दिया, जो कीमती रत्नों से जड़ा हुआ है और इसका वजन छह किलोग्राम है। सूरत के डी खुशालदास ज्वैलर्स के मालिक दीपक चोकसी ने बताया कि तीन किलोग्राम वजनी मंदिर की चांदी की प्रतिकृतियां उनके प्रतिष्ठान ने लगभग चार महीने पहले बनाई थीं, जब राम मंदिर में विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख की घोषणा की गई थी।
चोकसी ने कहा, ‘‘सूरत सोने, चांदी और हीरे के लिए प्रसिद्ध है, और डी खुशालभाई ज्वैलर्स द्वारा तैयार की गई दो चांदी की मंदिर प्रतिकृतियां प्रधानमंत्री मोदी और भागवत जी को उपहार में दी गई थीं। चार महीने पहले, हम मंदिर के मॉडल के साथ (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री) योगीजी से मिले थे।
उन्होंने सुझाव दिया था कि हम रामलला को मंदिर मॉडल में स्थापित करेंगे और कुछ अन्य बदलाव करेंगे।” उन्होंने कहा कि दोनों मॉडल को तैयार करने में कारीगरों को साढ़े तीन महीने लगे और हाथ से उनकी प्रतिकृति बनाई गई।
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश नावदिया ने कहा कि रामलला के लिए सोने और कीमती पत्थरों से बना स्वर्ण मुकुट सूरत के ग्रीनलैब डायमंड्स द्वारा बनाया गया और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को उपहार में दिया गया।
नवदिया ने बताया कि सूरत की कंपनी के दो कर्मचारियों को रामलला की मूर्ति के सिर का माप लेने और उसके अनुसार मुकुट तैयार करने के लिए पांच जनवरी को एक विमान से अयोध्या भेजा गया था। उन्होंने कहा कि सोने के मुकुट में साढ़े चार किलोग्राम सोना लगा है और इसमें छोटे और बड़े आकार के हीरे, माणिक, मोती और नीलम सहित अन्य कीमती रत्न जड़े गए हैं।