रांची। धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद झारखंड की सभी जेलों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जेलकर्मी अब अपनी बाइक की चाबी तक लेकर अंदर नहीं जा सकते हैं। इसके अलावा जेल प्रशासन ने यह निर्देश जारी किया है कि जेल का सीसीटीवी कैमरा किसी भी हाल में बंद नहीं होना चाहिए।
जेल प्रशासन की तरफ से सभी जिलों की पुलिस को यह भी लिखा गया है कि वह किसी भी समय किसी भी जेल में औचक निरीक्षण जरूर करें। झारखंड की चार जेल बेहद सेंसेटिव माने जाते हैं।
रांची, पलामू, हजारीबाग और जमशेदपुर जेल में कई बड़े गैंगस्टर और बड़े नक्सली नेता बंद हैं। जमशेदपुर में पूर्व में जेलर तक की हत्या की जा चुकी है। ऐसे में इन चार जेलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
केंद्रीय कारा और उप कारा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जेल में तैनात कर्मियों को भी किसी तरह का सामान अंदर ले जाने पर रोक लगा दी गई है। जेल कर्मियों को भी अपने लंच के अलावा कोई भी सामान अंदर लेकर जाने पर ब्रेक लगा दिया गया है।
जेल कर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि वह अपनी बाइक और दूसरे वाहनों की चाबी तक गेट पर जमा करें। मोबाइल अगर किसी भी कर्मी का अंदर पाया गया, तो उस पर कार्रवाई होगी। आदेश के बाद जेल गेट में प्रवेश करते ही सभी कर्मियों की तलाशी ली जा रही है।
घर की चाबी से लेकर किसी तरह का सामान तलाशी के दौरान मिलता है, तो उसे प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। सामान को गाड़ी या फिर अन्य जगह पर रखवाने के बाद ही कर्मियों को जेल के भीतर जाने की इजाजत दी जा रही है।