राजस्थान। रोंगटे खड़े कर देने वाली खबर राजस्थान की राजधानी जयपुर से आई है। नवीं कक्षा में पढ़ने वाले एक बच्चे को स्कूल में ही दिल का दौरा पड़ गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। उसकी उम्र मात्र 13 साल कुछ महीने थी।
उसके पिता बीएसएफ में कार्यरत है। माता और पिता दोनों गांव गए हुए थे। बेटा घर से खुद ही स्कूल गया था। परिवार का कहना है कि बेटा किसी भी तरह से बीमार नहीं था। उसे खांसी, जुकाम तक नहीं थी। इस पूरे घटनाक्रम की जांच पड़ताल करधनी थाना पुलिस कर रही है। फिलहाल पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।
जयपुर के करधनी थाना क्षेत्र में रहने वाले योगेश सिंह की मौत हो गई। वह घर के नजदीक ही रावण गेट क्षेत्र में स्थित एक निजी स्कूलों में नवीं क्लास में पढ़ता था। 19 दिसंबर को वह स्कूल गया था। स्कूल में किसी काम से क्लास से बाहर आया और जब दोबारा क्लास में जाने लगा, तो क्लास के गेट पर ही वह चक्कर खाकर गिर गया। उसे तुरंत नजदीक ही एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से तुरंत उसे जयपुर के एसएमएस अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
एसएमएस अस्पताल में कुछ घंटे उसका इलाज चला, लेकिन कुछ देर के बाद उसकी सांस उखड़ चुकी थी। अगले दिन उसका पोस्टमार्टम किया गया और जब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आई, तो डॉक्टर भी दंग रह गए। पता चला कि उसकी मांसपेशियां बहुत ज्यादा तेजी से सिकुड़ती चली गई और उसका दिल दो गुना से भी ज्यादा बड़ा हो गया था। सामान्यतः इस उम्र के बच्चों में दिल का वजन 250 से 300 ग्राम तक होता है, जबकि योगेश सिंह के दिल का वजन 600 ग्राम से भी ज्यादा था।
योगेश के पिता तंवर सिंह ने बताया कि बेटा पूरी तरह से फिट था। उसे ना तो कोरोना हुआ था ना ही कोई अन्य समस्या थी। वह खेलों में भी एक्टिव था। रनिंग भी करता था, लेकिन फिर भी बेटे को अचानक दौरा पड़ा और उसकी जान चली गई।
बेटे की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है। एसएमएस अस्पताल से इस बारे में कल ही करधनी थाना पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस ने मर्ग रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। स्कूल प्रबंधन और परिवार से इस बारे में बातचीत की जा रही है।