उत्तरकाशी। अच्छी खबर उत्तरकाशी से आ ही है। सिलक्यारा सुरंग से सुरक्षित निकाले गए 41 श्रमवीरों को सुरंग का निर्माण कर रही कंपनी नवयुग अब दो-दो लाख रुपए का मुआवजा देगी। सभी श्रमवीरों को दो माह का वेतन समेत छुटटी भी दी जाएगी। सबसे बड़ी बात यह है कि इस बचाव अभियान में शामिल रहे श्रमवीरों को भी दो महीने का बोनस दिया जाएगा।
उत्तराखंड सरकार पहले ही सिलक्यारा सुरंग में फंसे प्रत्येक श्रमवीर को एक लाख रुपए का मुआवजा, अस्पताल खर्च और आने जाने का किराया दे रही है। गुरुवार से श्रमिकों को घर भेजने का काम शुरू हो गया है। चिकित्सा जांच के बाद यह बात सामने आई है कि सभी श्रमिक सुरक्षित और सेहतमंद हैं।
श्रमवीरों की जान बचाने वाले रैटमाइनर्स को लेकर उत्तराखंड सरकार ने हर रैट माइनर्स को सरकार 50-50 हजार का ईनाम देने का एलान किया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रैट माइनर्स का धन्यवाद करते हुए मैन्युअल खुदाई करने वालों की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। नवयुग कंपनी भी इन माइनर्स को दो माह का बोनस देने जा रही है।
श्रमवीरों की जिंदगी बचाने में सबसे बड़ा योगदान रैट माइनर्स का रहा। इन्होंने 21 घंटे में ही 12 मीटर की खुदाई अपने हाथ से ही कर डाली थी। वह भी सिर्फ एक जुगाड़ के माध्यम से। यह वही खुदाई थी, जहां ऑगर मशीन भी आकर फेल हो गई थी। हर प्लेट मशीन की टूट गई थी। जब कोई चारा ही नहीं सूझ रहा था कि अचानक माइनर्स ने बाजी ही पलट दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने आस्था को देखते हुए सुरंग के मुहाने पर ही बाबा बौखनाथ मंदिर बनाए जाने का आदेश जारी कर दिया है। स्थानीय लोगों ने सुरंग निर्माण करते समय मंदिर हटाने पर आपत्ति जाहिर की थी। इस आपदा का कारण दैवीय भी बताया गया।