मराठा आरक्षण पर सुलगा महाराष्ट्रः कहीं मंत्री के काफिले पर हमला, तो कहीं खुदकुशी की कोशिश, सीएम ने की ये अपील

मुंबई देश
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महाराष्ट्र। बड़ी खबर महाराष्ट्र से आई है, जहां मराठा आंदोलन की आग एक बार फिर सुलग उठी है। मराठा समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए लोग अब हिंसक रुख अपनाने पर आ गए हैं। यह हिंसा वह किसी और से नहीं, बल्कि अपने ही प्रति कर रहे हैं।

आंदोलन में बीते दिनों तीन लोगों की आत्महत्या के बाद, अब बार्शी तालुका के देवगांव में मराठा आरक्षण के लिए चार लोगों ने आत्महत्या का प्रयास किया है। 

बताते चलें कि, चार लोगों ने मराठा समुदाय को ओबीसी आरक्षण दिलाने और जारांगे के समर्थन के लिए आत्महत्या का प्रयास किया। शुरुआत में 26 साल के युवक रंजीत मंजारे ने जहरीली दवा खा ली।

इसके बाद, रंजीत मंजरे के समर्थन में दीपक पाटिल, योगेश मंजरे और प्रशांत मंजरे ने अस्पताल परिसर में यह जहरीली दवा पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। चारों का देवगांव के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।

आंदोलन के बढ़ते जोर के बीच सरकार को भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हसन मुश्रीफ के काफिले की गाड़ी के साथ तोड़फोड़ की गई। इस वारदात को अज्ञात लोगों द्वारा मुंबई में अंजाम दिया गया। जब गाड़ियों की तोड़फोड़ की गई, तब हसन मुश्रीफ गाड़ी में नहीं थे।

इधर देवेन्द्र फड़नवीस, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मराठा कोटा मुद्दे को हल करने के लिए सकारात्मक रूप से काम कर रही है। कुछ लोग इस विरोध का फायदा उठाकर हिंसा फैला रहे हैं।

बीड में कुछ जन प्रतिनिधियों के घर, होटल, वाहन और सरकारी प्रतिष्ठान जला दिए गए। इस पर गृह विभाग सख्त कार्रवाई करेगा। सीसीटीवी फुटेज के जरिए 50 से 55 अपराधियों की पहचान की गई है।

सीएम एकनाथ शिंदे ने मराठा समाज से अपील करते हुए कहा कि ‘हम भी मराठा समाज के लिए आरक्षण चाहते हैं, लेकिन चीजों में समय लगता है। मराठा समाज शांति के लिए जाना जाता है। हिंसा न करें, ये हमारी अपील है। अपने आंदोलन को हिंसा में मत बदलिए। मराठा आरक्षण पर बोलने का नैतिक अधिकार उद्धव को नहीं है। महाराष्ट्र में जो भी हिंसा हो रही है, उस पर हमारी नजर है।