कब मनाएं दशहरा? यहां जानिए शस्त्र पूजन, जवारे विसर्जन और रावण दहन के शुभ मुहूर्त

झारखंड
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पंडित रामदेव बाबा

रांची। शारदीय नवरात्रि के बाद इस बार विजयादशमी यानी दशहरा पर्व 24 अक्टूबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। इस पर्व से जुड़ी कईं मान्यताएं और परंपराएं हैं। दशहरा पर्व नवरात्रि समाप्त होने के अगले दिन मनाया जाता है। इसलिए इस दिन जवारों समेत दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया जाता है। साथ ही इस दिन शस्त्र पूजन और रावण दहन करने की भी परंपरा है। आइए यहां जानते हैं शस्त्र पूजन, जवारे विसर्जन और रावण दहन के शुभ मुहूर्त…

शस्त्र पूजा के शुभ मुहूर्त  

  • दशहरे पर शस्त्र पूजा की परंपरा काफी पुरानी है। मान्यता है कि महिषासुर राक्षस का वध करने के लिए सभी देवताओं ने देवी दुर्गा को अपने-अपने अस्त्र-शस्त्र दिए थे, जिससे देवी ने महिषासुर का वध करने में सफलता पाई थी। तभी से विजयादशमी पर शस्त्र पूजन की परंपरा है। 24 अक्टूबर को शस्त्र पूजन के लिए शुभ मुहूर्त इस प्रकार रहेगा…
    दोपहर 01:58 से 02:43 तक

जवारे विसर्जन के शुभ मुहूर्त  

  • शारदीय नवरात्रि के पहले दिन दुर्गा प्रतिमा स्थापना के साथ ही जवारे भी बोए जाते हैं। नवरात्रि समाप्त होने के बाद अगले दिन यानी दशहरे पर इन जवारों का विसर्जन दुर्गा प्रतिमा के साथ ही करने की परंपरा है। 24 अक्टूबर को जवारे विसर्जन के शुभ मुहूर्त इस प्रकार रहेंगे…
    सुबह 06:27 से 08:42 तक
    सुबह 11:48 से दोपहर 12:33 तक
    दोपहर 12:05 से 01:30 तक
    दोपहर 02:54 से शाम 04:19 तक

रावण दहन के शुभ मुहूर्त

  • हर साल विजया दशमी यानी दशहरे पर पूरे देश में बुराई के प्रतीक रावण के पुतलों का दहन किया जाता है। ये परंपरा काफी पुरानी है। परंपरा के अनुसार, रावण दहन का शुभ मुहूर्त सूर्यास्त से लेकर ढाई घंटे तक रहता है। इस बार दशहरा पर सूर्यास्त का समय 05.43 मिनट है। इसके अनुसार रावण दहन का शुभ मुहूर्त इस प्रकार रहेगा…
    शाम 05.43 से रात 08.13 तक