कोलकाता। बड़ी खबर पश्चिम बंगाल से आई है, जहां नगर पालिका भर्ती घोटाला मामले की जांच में जुटी सीबीआई ने आज सोमवार को बीजेपी विधायक पार्थ सारथी चटर्जी के घर समेत छह जगहों पर छापेमारी की। पार्थ सारथी बंगाल की रानाघाट विधानसभा सीट से विधायक हैं।
इससे पहले रविवार को सीबीआई की टीम ने ममता सरकार में मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम और टीएमसी विधायक मदन मित्रा के घरों में छापेमारी की थी। पार्थ सारथी चटर्जी टीएमसी में रहते हुए रानाघाट नगर पालिका के चेयरमैन थे। इसीलिए सीबीआई की टीम ने उनके घर पर छापा मारा है।
वह पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी में शामिल हुए हैं। बीजेपी विधायक के घर के अलावा सीबीआई नगर पालिका भर्ती घोटाले में राज्यभर में छह और जगहों पर भी छापेमारी कर रही है।
रविवार को सीबीआई ने इसी मामले में कोलकाता के मेयर और टीएमसी नेता फिरहाद हकीम और टीएमसी विधायक मदन मित्रा के घरों समेत 15 जगहों पर छापेमारी की थी।
ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले मंत्री फिरहाद हकीम शहरी विकास और नगर पालिका मामलों के मंत्री हैं, उनका टीएमसी में अच्छा-खासा प्रभाव है। जैसे ही तलाशी शुरू हुई, हकीम के समर्थक उनके घर के बाहर जमा हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था।
इसी दिन बंगाल सरकार में पूर्व मंत्री और उत्तर 24 परगना जिले के कमरहाटी के विधायक मदन मित्रा के घर पर भी सीबीआई ने छापा मारा। कोलकाता के अलावा सीबीआई उत्तर 24 परगना के हलीशहर और कांचरापाड़ा भी गई। सीबीआई अधिकारियों की एक टीम हालीशहर नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन के घर गई। सीबीआई की चार सदस्यीय टीम तृणमूल नेता अंशुमन रॉय के घर भी गई थी।
कलकत्ता हाई कोर्ट की एकल बेंच ने इस साल 21 अप्रैल को सीबीआई को नगर निगम भर्ती घोटाला मामले की जांच अपने हाथ में लेने का आदेश दिया था। यह आदेश ईडी के एक आवेदन के आधार पर पारित किया गया था। हालांकि बंगाल सरकार ने आरोप लगाया था कि न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय के पास नगरपालिका मामलों की सुनवाई का कोई अधिकार क्षेत्र नहीं था।