- तीन चरणों में 16,320 करोड़ की लागत से 8 लाख आवास का निर्माण होगा
रांची। झारखंड सरकार ने गरीब बेघर लोगों को दुर्गा पूजा का तोहफा दिया है। उन्हें अबुआ आवास योजना के तहत पक्का घर दिया जाएगा। तीन चरण में 16 हजार करोड़ की लागत से 8 लाख घर बनाए जाएंगे। इसकी मंजूरी मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में 18 अक्टूबर को हुई कैबिनेट की बैठक में दी गई।
पहले चरण में 2 लाख घर
योजना के तहत आवास विहीन गरीब लोगों के लिए 8 लाख पक्का आवास निर्माण का लक्ष्य तय किया गया है। इसके तहत प्रथम चरण वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2 लाख, 2024-25 में 3 लाख 50 हजार और 2025-26 में 2 लाख 50 हजार पक्का आवास का निर्माण किया जाएगा। तीन चरणों में 16 हजार 320 करोड़ रुपए की लागत से आवास का निर्माण होगा।
ऐसा होगा अबुआ आवास
अबुआ आवास योजना के अंतर्गत तीन कमरों का पक्का मकान एवं रसोई घर बनाया जाएगा। इसका क्षेत्रफल 31 वर्गमीटर होगा। योजना अंतर्गत तीन कमरों सहित स्वच्छ रसोई घर का प्रावधान किया गया है। योग्य लाभुकों के लिए योजना के तहत आवास निर्माण के लिए सहयोग राशि बढ़ाकर दो लाख रुपए करने का प्रावधान हुआ है। साथ ही, लाभार्थी को मनरेगा अंतर्गत अपने आवास के निर्माण के लिए वर्तमान मजदूरी (समय-समय पर संशोधित) दर पर अधिकतम 95 अकुशल मानव दिवस के समतुल्य आवास योजना अंतर्गत आवास निर्माण के लिए प्राप्त होगा।
इनको मिलेगा लाभ
योजना का लाभ कच्चे घरों में रहने वाले परिवार, आवासविहीन एवं निराश्रित परिवार, विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह (PVTG) के परिवार, प्राकृतिक आपदा के शिकार परिवार कानूनी तौर पर रिहा किये गये बंधुआ मजदूर एवं वैसे परिवार, जिन्हें राज्य सरकार अथवा केन्द्र सरकार द्वारा संचालित आवास योजना यथा प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण / बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर आवास योजना / बिरसा आवास योजना / इंदिरा आवास योजना इत्यादि आवास का लाभ नहीं दिया गया हो उन्हें मिलेगा। उपर्युक्त पात्रता मापदंड के अनुसार लाभार्थी की स्थायी प्रतीक्षा सूची ग्राम सभा में तैयार की जाएगी।
यहां सीधे पढ़े खबरें
खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। सुविधा के अनुसार खबरें पढ़ सकते हैं। आपका अपना न्यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया के साथ सीधे गूगल पर जाकर भी जुड़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।