नई दिल्ली। कोयला मंत्रालय ने विशेष अभियान 3.0 के अंतर्गत लंबित संदर्भों का समाधान करने और संसद सदस्यों, आईएमसी संदर्भों (मंत्रिमंडल प्रस्तावों) और राज्य सरकारों के संदर्भों सहित विभिन्न हितधारकों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर देने के लिए विभिन्न उपाय किए हैं।
मंत्रालय ने रिकॉर्ड प्रबंधन के अंतर्गत 1,29,962 फाइलों के लक्ष्यों में से 42,738 वास्तविक फाइलों की समीक्षा की है। समीक्षा के बाद अब तक 5041 वास्तविक फाइलों को हटाया गया है और 10,459 से अधिक ई-फाइलों को ऑनलाइन बंद कर दिया गया है। इस विशेष अभियान के फलस्वरूप अब तक लगभग 5,93,915 वर्ग फुट कार्यालय स्थान को मुक्त कराया गया है। स्क्रैप सामग्री के निपटान से अब तक 18.08 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।
पूरे देश में 16 अक्तूबर तक 795 स्वच्छता स्थलों के लक्ष्य की तुलना में 287 स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाया जा चुका है। अभियान चरण में शत-प्रतिशत पूर्णता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता है। पीएमओ संदर्भों के समाधान में उपलब्धि दर 61.9 प्रतिशत रही।
कोयला मंत्रालय विशेष अभियान 3.0 के पांच मानकों में शीर्ष 10 प्रदर्शन करने वालों की सूची में शामिल है।
कोयला सचिव अमृत लाल मीणा ने विशेष अभियान 3.0 के अंतर्गत 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए मंत्रालय द्वारा की जा रही गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की।
अभियान के दौरान एसईसीएल के जमुना कोटमा क्षेत्र ने कोयला खदानों की स्क्रैप सामग्री को विभिन्न रचनात्मक मूर्तियों में बदलने के उद्देश्य से ‘स्क्रैप टू स्कल्पचर’ की पहल की है। कोलियरी ने मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के बंकिम विहार, जमुना कोटमा क्षेत्र में स्क्रैप से बनी इन मूर्तियों को रखने और प्रदर्शित करने के लिए एक सार्वजनिक पार्क स्थापित किया है।
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