हिंदी दिवस पर एसबीयू में हुए विविध कार्यक्रम, विजेता पुरस्‍कृत

झारखंड
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रांची। हिंदी दिवस पर सरला बिरला विश्वविद्यालय (एसबीयू) के सभागार में ‘हिंदी भाषा की महत्ता, उपयोगिता और प्रासंगिकता’ विषय पर 14 सितंबर को विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसकी अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने की। उन्‍होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए हिंदी में किए गए प्रयासों की विस्तृत चर्चा करते हुए राजभाषा से राष्ट्रभाषा के प्रयासों की चर्चा की।

इस अवसर पर हिंदी के साथ शुरू से लेकर अभी तक हो रही अपेक्षाओं के कारकों पर चर्चा करते हुए हिंदी भाषा के इतिहास, विकास, परिस्थितियां, चुनौतियां और अवसर आदि के बारे में विस्तृत व्याख्या की। उन्होंने हिंदी भाषा को भारतीय विरासत और गौरव शाली संस्कृति की पहचान होने की भी बात कही।

कुलपति ने कहा कि हिंदी को समृद्ध शक्तिशाली बनाने के लिए हिंदी भाषा को रोजगार की भाषा के रूप में विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब अपनी हिंदी देश भर में रोजगार परक भाषा बन जाएगी, तब अवश्य इसका महत्व बढ़ जाएगा।

विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफ़ेसर विजय कुमार सिंह ने कहा कि‍ हिंदी न केवल भारत की, बल्कि विश्व की प्रमुख भाषाओं में से एक है। उन्होंने अन्य विकसित देशों का उल्लेख करते हुए हिंदी भाषा को महत्व दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जितने भी विकसित राष्ट्र हैं वे अंग्रेजीयत के गुलाम नहीं है। हिंदी न केवल विचारों की अभिव्यक्ति की भाषा है, बल्कि यह हमारी संस्कृति एवं मूल्यों का संवहन का कार्य करती है।

मानविकी की संकायाध्यक्ष प्रोफेसर नीलिमा पाठक ने हिंदी दिवस मनाए जाने की प्रासंगिकता व राजभाषा व राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। संस्कृत हिंदी की जननी है। उन्होंने भाषा के विकास के लिए श्रोता और वक्ता का होना एवं उनके बीच तालमेल व सामंजस्य की आवश्यकता पर बल दिया। हिंदी के विविध विशेषताओं के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि हिंदी में अन्य भाषाओं को समाहित करने की सामर्थ्य है।

अंग्रेजी के बढ़ते प्रभाव से हिंदी विकृत हो रही है। हिंदी भाषा की दशा और दिशा पर न केवल चर्चा बल्कि विचार पूर्वक इसके उपयोगिता को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज हिंदी न केवल भारत अपितु वैश्विक पटल पर अपनी धाक बनाने में कामयाब हो रही है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, भाषण प्रतियोगिता एवं कविता वाचन आदि कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय की छात्रा प्रिया कुमारी एवं मुस्कान प्रिया ने किया।

भाषण प्रतियोगिता में बीबीए की छात्रा साक्षी सुमन प्रथम और दिव्या नंदिनी द्वितीय रही। कविता वाचन प्रतियोगिता में बीटेक के छात्र शशांक पांडे प्रथम और बीबीए की अदिति द्वितीय स्थान पर रहे। कुलपति एवं कुलसचिव ने विजेता छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

इस अवसर पर डॉ संदीप कुमार, डॉ नीलिमा पाठक, प्रो श्रीधर बी दंडीन, डॉ सुबानी बाड़ा, डॉ अशोक कुमार अस्थाना, डॉ पार्थ पॉल, डॉ राधा माधव झा, डॉ पुजा मिश्रा, डॉ आरोही आनंद, प्रो एलजी हनी सिंह, श्री आशुतोष द्विवेदी, डॉ भारद्वाज शुक्ल, सुभाष नारायण शहदेव, राहुल रंजन, आशीष, उमंग सहित राष्ट्रीय सेवा योजना के पदाधिकारी, विश्वविद्यालय के छात्र सभी प्राध्यापक, पदाधिकारी और छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

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