रांची। आरडीसीआईएस सेल स्वच्छ और सतत पर्यावरण की दिशा में योगदान देने और अपने व्यापार दर्शन और मूल्यों के अभिन्न अंग के रूप में अपने पर्यावरण संबंधी पहल में लगातार सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। आरडीसीआईएस ने जीवाश्म ईंधन के उपयोग के बिना स्टील के निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए ‘ग्रीन स्टील’ का उत्पादन करने के लिए विभिन्न परियोजनाएं शुरू की हैं।
रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर ऑफ आयरन एंड स्टील और सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने 27 सितंबर, 2023 को चेन्नई स्थित मेसर्स राम चरण कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के साथ नॉन-डिस्क्लोजर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया हैं। विभिन्न इस्पात संयंत्रों में उत्सर्जन को मूल्य वर्धित उत्पादों में परिवर्तित करने की अवधारणा पर कार्य करने की दिशा में यह समझौता किया गया है।
भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार, आरडीसीआईएस, सेल के कार्यपालक निदेशक प्रभारी निर्विक बनर्जी और आरडीसीआईएस के कार्यपालक निदेशक संदीप कुमार कर के मार्गदर्शन में एग्रीमेंट हस्ताक्षरित किया गया।
सेल-बीएसपी की ओर से मुख्य महाप्रबंधक (ईएमडी) राकेश जोशी और आरडीसीआईएस के मुख्य महाप्रबंधक (सीसी एंड ईई) पार्थ बनर्जी ने समझौते पर हस्ताक्षर किया। प्रबंध निदेशक कौशिक पलीचा ने मेसर्स राम चरण कंपनी प्राइवेट लिमिटेड की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर किया।
मेसर्स राम चरण द्वारा प्रेषित समाधानों का उपयोग करते हुए सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र का उद्देश्य ‘ग्रीन स्टील’ का उत्पादन करते हुए कार्बन तटस्थता की ओर अग्रसर होना है। वर्तमान में राम चरण अपने पेटेंट मिनी-रिएक्टर की स्थापना की प्रक्रिया में है, जिसके द्वारा उत्सर्जित कार्बन डाइ ऑक्साइड की किसी भी सांद्रता को इथेनॉल, मेथनॉल, एसीटेट, फॉर्मेल्डिहाइड आदि जैसे मूल्य वर्धित उत्पादों में परिवर्तित किया जा सकेगा।
खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। सुविधा के अनुसार खबरें पढ़ सकते हैं।
आपका अपना न्यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया के साथ सीधे गूगल पर जाकर भी जुड़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।