नई दिल्ली। भारत दुनिया के सबसे ऊंचे लड़ाकू क्षेत्र में हवाईक्षेत्र का निर्माण करेगा। लद्दाख स्थित न्योमा इलाके में विश्व के सबसे ऊंचे लड़ाकू हवाई क्षेत्र बनाए जाने वाले इस क्षेत्र का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू के देवक ब्रिज से इस परियोजना का शिलान्यास किया। चीन के साथ एलएसी पर चल रही तनातनी को देखते हुए इसका निर्माण सीमा सड़क संगठन यानी बीआरओ करेगा।
न्योमा 13 हजार 700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसकी कुल लागत 218 करोड़ रुपए आने जा रही है। यह हवाई क्षेत्र तैयार होने के बाद यहां से भारतीय वायु सेना के लड़ाकू जहाज चीन का मुकाबला करने के लिए हमेशा चुस्त और तैयार रहेंगे। चीन की आंख में आंख डालकर उसकी नश्तर तक उतरने के लिए न्योमा का यह एयरबेस काफी होगा।
देवक ब्रिज से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा सड़क संगठन के 22 सड़कों, 63 पुलों, अरुणाचल प्रदेश में नेचिफू सुरंग, पश्चिम बंगाल में दो हवाई क्षेत्रों और दो हेलीपैड का उद्घाटन किया।
इसमें से पश्चिम बंगाल में, नागालैंड में एक, हिमाचल प्रदेश में दो, सिक्क्मि में दो, उत्तराखंड में दो, मिजोरम में तीन, जम्मू और कश्मीर में 11, लद्दाख में 26 और अरुणाचल प्रदेश में 36 परियोजना शामिल हैं।