नई दिल्ली। 27 अगस्त 2023 (रविवार) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में लोहरदगा जिले के कुडू प्रखंड के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित पहाड़ी क्षेत्र के मसियातु गांव के कारीगरों के कार्यों को लेकर बात की।
उन्होंने कार्यक्रम के दौरान मसियातु गांव के तुरी समाज द्वारा किये गये बंबू क्राफ्ट को लेकर बात की और उनके आत्मनिर्भरता की कहानी पूरे देश को सुनायी। इस गांव के 350 परिवार के लोग बंबू क्राफ्ट के स्वरोजगार से जुड़े हुए हैं।
मसियातु के लोग पीढ़ी दर पीढ़ी बंबू क्राफ्ट के माध्यम से अपनी जीविका चला रहे हैं। बांस के बने उत्पादों से यह आत्मनिर्भर हो रहे हैं। परिवार का हर सदस्य इस काम से जुड़ा हुआ है। यहां के लोगों की जिंदगी इसी पर निर्भर है।
इस कार्यक्रम से गांव में खुशी की लहर है। लोग अपने कार्यों को राष्ट्रीय पटल पर देख काफी उत्साहित हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर कार्य करने की बात कही। वहीं बंबू क्राफ्ट कर रहे लोगों ने सरकारी अनुदान की मांग करते हुए रोजगार से राष्ट्रीय स्तर पर जुड़ने का बात कही।
प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में डेयरी से जुड़े स्वरोगर, राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीते खिलाड़ियों के साथ देश के टूरिस्ट स्पॉट को बढ़ावा देने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे याद नहीं कि कभी ऐसा हुआ हो कि सावन महीने में दो बार मन की बात हुआ है। सावन यानी महाशिव का महीना।
चंद्रयान को चंद्रमा पर पहुंचे तीन दिन से ज्यादा का समय हो रहा है। यह सफलता इतनी बड़ी है कि इसकी जितनी चर्चा हो, कम है। आसमान में सिर उठाकर, घने बादलों को चीरकर, रोशनी का संकल्प लेकर, अभी तो सूरज उगा है। 23 अगस्त को भारत के चंद्रयान ने यह साबित कर दिया है कि संकल्प के सूरज चांद पर भी उगते हैं।
इस मिशन का एक पक्ष ऐसा भी रहा, जिसकी आज मैं आप सबके साथ चर्चा करना चाहता हूं। आपको याद होगा कि इस बार मैंने लाल किले से कहा था कि हमें वीमेन लेड डेवलपमेंट को आगे बढ़ाना है। भारत का मिशन चंद्रयान नारी शक्ति का भी जीवंत उदाहरण है।
पीएम ने कहा, अगले महीने होने वाली जी 20 समिट के लिए भारत तैयार है। इसमें हिस्सा लेने के लिए 40 देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत आ रहे हैं। अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत ने जी 20 को और ज्यादा इनक्लूसिव फोरम बनाया है। भारत के निमंत्रण पर ही अफ्रीकी देशों के राष्ट्राध्यक्ष इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार 15 अगस्त के दौरान देश ने सबके प्रयास का सामर्थ्य देखा। सभी देशवासियों के प्रयास से ‘हर घर तिरंगा अभियान’ को ‘हर मन तिरंगा अभियान’ बना दिया। इस दौरान कई रिकॉर्ड बने। देशवासियों ने करोड़ों की संख्या में तिरंगे खरीदे। डेढ़ लाख पोस्ट ऑफिस के जरिये करीब डेढ़ करोड़ तिरंगे बेचे गये।
इससे हमारे कामगारों, बुनकरों और खासकर महिलाओं की सैकड़ों करोड़ रुपये की आय हुई। तिरंगे के साथ सेल्फी पोस्ट करने में भी इस बार नया रिकॉर्ड बना। पिछले साल करीब पांच करोड़ देशवासियों ने तिरंगे के साथ सेल्फी पोस्ट की थी। इस बार यह आंकड़ा 10 करोड़ को भी पार कर गया।
पीएम ने सुनायी ये कविता
आसमान में सिर उठाकर
घने बादलों को चीरकर
रोशनी का संकल्प लें
अभी तो सूरज उगा है।
दृढ़ निश्चय के साथ चलकर
हर मुश्किल को पार कर
घोर अंधेरे को मिटाने
अभी तो सूरज उगा है।
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