एसबीयू के नए विद्यार्थियों को मिली शैक्षिक परंपरा और अनुशासन की जानकारी

शिक्षा झारखंड
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रांची। सरला बिरला विश्वविद्यालय (एसबीयू) के सत्र 2023-24 के छात्रों का इंडक्शन प्रोग्राम ‘दीक्षारंभ’ का आयोजन बीके बिरला ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के दूसरे दिन इंजीनि‍यरिंग एंड अप्लाइड साइंस संकाय के विद्यार्थियों का अभिनंदन किया गया।

मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने नये छात्रों का स्वागत करते हुए विवि के अनुशासन, रीति- नीति, विभिन्न शैक्षिक परंपराओं आदि के बारे में बताया। अनुशासन पूर्वक बेहतर शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बेहतर भविष्य के लिए कक्षा के सभी प्रकरण को सामान महत्त्व देने और शत प्रतिशत कक्षा करने की अपील की। उन्होंने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अनुशासित होकर एकाग्रता पूर्वक कठिन परिश्रम करने पर बल दिया।

कुलपति ने तीन तरह के डिसिप्लिन यथा जनरल डिसिप्लिन, एकेडमिक डिसीप्लिन एंड फाइनेंशियल डिसिप्लिन के बारे में जागरूक करते हुए उसे हर हाल में मेंटेन करने की सलाह दी। उन्होंने छात्रों को स्वामी विवेकानंद की जीवनी को पढ़ने, समझने और उसे आत्मसात करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन अनमोल है, जिसमें सर्वोच्च तक जाने की अपार संभावनाएं होती हैं। इस अवस्था में भटकाव के भी काफी अवसर मिलते हैं, लेकिन जो अपने आप को संयमित रखते हुए संभाल लेगा वही जीवन में सफल हो पाएगा। उन्होंने क्वालिटी एजुकेशन एंड क्वांटिटी एजुकेशन के बीच के अंतर को गहराई पूर्वक उदाहरणों द्वारा स्पष्ट किया।

विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने छात्रों के अभिनंदन करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्‍होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन छात्रों के बेहतर भविष्य निर्माण के लिए आधारभूत आवश्यकताओं सहित रिसर्च तक की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हर संभव प्रयत्नशील है, ताकि छात्र विश्वस्तरीय गुणवत्ता के साथ अपनी प्रतिभा का विकास कर राष्ट्र एवं समाज के कल्याण में सहभागी बन सकें।

समारोह में कुलसचिव प्रोफेसर विजय कुमार सिंह ने कहा कि कोर्स के साथ-साथ कैरेक्टर बनाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। आप अपनी जिंदगी की किताब के लेखक स्वयं हैं। उन्होंने एसबीयू के सुव्यवस्थित कैंपस एवं कैंपस कल्चर और गुरु शिष्य परंपरा के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने छात्रों से विवि को अपेक्षाओं के बारे में भी जानकारियां साझा की।

समारोह में इंजीनियरिंग में अप्लाइड साइंस के डीन प्रोफेसर श्रीधर बी डांडिन, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डीन हरी बाबू शुक्ला सहित प्रोफेसर राहुल वत्स, डॉ प्रमोद कुमार होता, डॉ अशोक कुमार अस्थाना ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ नीतू सिंही व धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनोज पाण्डेय ने किया।

इस अवसर पर प्रवीण कुमार, डॉ संदीप कुमार, डॉ शैलेश नारायण, डॉ सुबानी बाड़ा, डॉ राधा माधव झा, डॉ पार्थ पॉल, डॉ रिया मुखर्जी, डॉ विश्वरूप सामंता, डॉ जीवा एस चिदंबरम, डॉ संजीव कुमार, प्रो चंदन कुमार, प्रो राजीव रंजन, डॉ दीप्ति कुमारी, डॉ पिंटू दास, डॉ दीपक प्रसाद, प्रो प्रशांत कुमार, डॉ प्रियंका श्रीवास्तव, डॉ विजय कुमार साहू, डॉ बी एन लक्ष्मी दुर्गा, प्रो सरबजीत प्रसाद, डॉ रोहित मुखर्जी, प्रो विवेक कुमार, प्रो सरोज रंजन, डॉ आशीष सिंह, डॉ रोहित यादव, डॉ संदीप मोदक, प्रो रूपा वर्मा, प्रो आदित्य विक्रम वर्मा, प्रो सुमन मिश्रा, प्रो साकेत सिंह, डॉ उत्सव विशाल, डॉ सागर सारंगी, डॉ पंकज कुमार, डॉ रमेश कुमार, डॉ भारद्वाज शुक्ल, अनुभव अंकित, अदित्य रंजन,सुभाष नारायण शाहदेव, राहुल रंजन सहित काफी संख्या में एनएसएस वॉलेंटियर व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।