रांची (Jharkhand)। झारखंड के स्कूलों में विद्यालय विकास अनुदान की राशि खर्च करने की प्राथमिकता तय कर दी गई है। इसकी जानकारी झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने दी है। उन्होंने इस बाबत सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र लिखा है।
परियोजना निदेशक ने आदेश में लिखा है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में समग्र शिक्षा के अंतर्गत राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों को विद्यालय विकास अनुदान की स्वीकृत राशि एसएनए के तहत उपलब्ध करा दी गई है। विद्यालयवार स्वीकृत राशि का विवरण भी जिले को उपलब्ध करा दिया गया है। विद्यालय विकास के उक्त अनुदान की राशि में से 10 प्रतिशत राशि का व्यय विद्यालयों की स्वच्छता की गतितिधियों पर किया जाना है।
प्रत्येक प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी एवं प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को यह दायित्व दिया जाय कि प्रत्येक विद्यालय का लगातार अनुश्रवण करते/कराते हुए विद्यालय विकास अनुदान की राशि का उपयोग समय पर विद्यालयों द्वारा किये जाने को निर्देशित करेंगे। व्यय की गई राशि का प्रतिवेदन भी समय-समय पर उपलब्ध करायें।
ये कार्य प्राथमिकता पर होना है
- पूर्व वर्ष में शेष रह गये विद्यालय भवन का रंग-रोगन एवं छोटी-छोटी मरम्मत।
- वैध डेस्क एवं विद्युत उपकरणों की मरम्मत।
- विभिन्न प्रकार के रजिस्टर, चौक, डस्टर एवं अन्य सामग्री का क्रय।
- नोटिस बोर्ड पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले, 100% उपस्थिति वाले विद्यार्थियों का नाम।
- विद्यालय प्रबंध समिति और बाल संसद के सदस्यों का नाम।
- विद्यालय में कार्यरत शिक्षक का नाम, फोटो एवं मोबाईल नंबर।
- विद्यालयों के शौचालय परिसर की साफ-सफाई।
- टैब का रखरखाव।
- पेयजल की व्यवस्था।
- अन्यान कार्य, जो विद्यालय के सफल संचालन के लिए आवश्यक हो।