सरला बिरला विश्वविद्यालय में नए विद्यार्थियों की दीक्षा का आरंभ

झारखंड
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  • बीके बिरला ऑडिटोरियम में शुरू हुआ तीन दिवसीय दीक्षारंभकार्यक्रम

रांची। सरला बिरला विश्वविद्यालय के सत्र 2023-24 में नव नामांकित विद्यार्थियों का इंडक्शन प्रोग्राम ‘दीक्षारंभ’ का आयोजन बीके बिरला ऑडिटोरियम में 8 अगस्‍त को किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव, डीन, प्रोफेसर आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन, दीपवंदन एवं विश्वविद्यालय के कुलगीत के साथ समारोह का शुभारंभ किया। तीन दिवसीय ‘दीक्षारंभ’ के पहले दिन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट संकाय के छात्रों का विधिवत अभिनंदन किया गया।

मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने नवनामांकित छात्रों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के अनुशासन, रीति-नीति, विभिन्न शैक्षिक परंपराओं आदि के बारे में मोटिवेट किया। उन्होंने छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए कक्षा के सभी प्रकरण को सामान महत्त्व देने और शत प्रतिशत कक्षा करने की अपील की। उन्होंने छात्रों को लाइफ के सस्टेनेबिलिटी एंड हैप्पीनेस मैनेजमेंट के कई उदाहरणों द्वारा सफलता के कई महत्वपूर्ण गुर से अवगत कराया।

कुलपति ने कहा कि आज के जीवन की हर समस्याओं का निराकरण रामायण और श्रीमद्भगवद्गीता में निहित है। इससे जीवन की समस्याओं के बीच संतुलन बनाई जा सकती है। जीवन में सफल होने के लिए सर्वप्रथम लक्ष्य निर्धारण की बात करते हुए उन्होंने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अनुशासित होकर एकाग्रता पूर्वक कठिन परिश्रम करने की बात कही।

प्रो पाठक ने भारत के गौरवशाली अतीत की चर्चा की। भारतीय ज्ञान परंपरा के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि आज विश्व के विकसित देश भारतीय ज्ञान परंपरा को आत्मसात कर रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय ज्ञान परंपरा के अनुसार अपने छात्रों को राष्ट्र के समृद्धि व उन्नति के लिए कुशल और योग्य नागरिक बनाने के लिए प्रतिज्ञा पूर्वक प्रयासरत है।

कुलपति ने छात्रों से मोबाइल के ऑप्टिमम यूज के बारे में अपील की। उन्होंने कहा कि शिक्षित होने का अर्थ सदैव सकारात्मक कार्यों में संलग्न होना है। इस अवसर पर उन्होंने जीवन के हर एक परिस्थितियों में अनुशासित होकर आगे बढ़ाने की प्रेरणा प्रदान की।

विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने छात्रों के अभिनंदन करते हुए और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कहा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन छात्रों के बेहतर भविष्य निर्माण के लिए आधारभूत आवश्यकताओं सहित रिसर्च तक की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हर संभव प्रयत्नशील है, ताकि हमारे छात्र विश्वस्तरीय गुणवत्ता के साथ अपनी प्रतिभा का विकास कर राष्ट्र एवं समाज के कल्याण में सहभागी बन सकें।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर विजय कुमार सिंह ने कहा कि केवल डिग्रियां देना हमारा उद्देश्य नहीं अपितु राष्ट्र के लिए योग्य और चरित्रवान, कर्तव्यनिष्ठ नागरिक निर्माण करना हमारा लक्ष्य है। सरला बिरला विश्वविद्यालय के सुंदर केंपस कल्चर की चर्चा करते हुए उन्होंने छात्रों से केंपस कल्चर को कायम रखने और इसमें अपना योगदान देने की बात कही।

वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रबंधन संकाय के अध्यक्ष डॉ संदीप कुमार ने संकाय द्वारा संचालित सभी पाठ्यक्रम एवं गतिविधियों के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए नव नामांकित छात्रों का स्वागत अभिनंदन किया।

ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट के डीन हरी बाबू शुक्ला ने प्लेसमेंट सेल की कार्य प्रणाली, विभिन्न स्किल, आवश्यकता एवं उपयोगिता और अभी तक की उपलब्धियों आदि के बारे में विवरणी छात्रों के समक्ष प्रस्तुत की।

कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन प्रोफेसर राहुल वत्स ने परीक्षा के सभी नियमों परिणामों प्रावधानों की चर्चा करते हुए छात्रों से अपेक्षित अपेक्षाओं के बारे में बताया। उन्होंने परीक्षा पैटर्न्स, मिड सेम, एंड सेम असेसमेंट के सभी बिंदुओं पर सब विस्तार प्रकाश डाला।

विश्वविद्यालय के हेड लाइब्रेरियन डॉ प्रमोद कुमार होता ने लाइब्रेरी के बारे में विस्तृत रूप से अवगत कराया।

विश्वविद्यालय के क्लब को-ऑर्डिनेटर चंद्रशेखर महथा ने विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न क्लब के बारे में विस्तृत जानकारियां साझा की। छात्रों को अपनी योग्यता और प्रतिभा के अनुसार क्लब से जुड़ने के बारे में जानकारी दी।

विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण संघ संकायाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार अस्थाना ने डीएसडब्ल्यू क्षेत्र के कार्य प्रणाली, अपेक्षाएं एवं तौर तरीकों से छात्रों को भली भांति परिचित कराया।

इस अवसर पर पूर्व छात्रों द्वारा कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। एक से बढ़कर एक नृत्य संगीत एवं योगासन आदि के प्रदर्शनों ने श्रोताओं को मन को मोह लिया।

कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापिका डॉ नीतू सिंह ने किया। धन्यवाद वाणिज्य एवं व्यवसाय संकाय की अध्यक्ष डॉ पूजा मिश्रा ने किया।

इस अवसर पर कार्मिक एवं प्रशासनिक प्रबंधक अजय कुमार, प्रवीण कुमार, डीन डॉ संदीप कुमार, प्रोफ़ेसर एसबी दांडीन, डॉ शैलेश नारायण, डॉ सुबानी बाड़ा, डॉ राधा माधव झा, डॉ पार्थ, डॉ रिया मुखर्जी, डॉ विश्वरूप सामंता, प्रो राहुल वत्स, डॉ अशोक कुमार अस्थाना, डॉ संजीव कुमार सिन्हा, प्रो अमित गुप्ता, ओएसडी अंकित अनुभव, डॉ गौतम तांती, डॉ अभिषेक चौहान, डॉ अरविंद भंडारी, डॉ मनोज कुमार पांडेय, डॉ कुणाल सिन्हा, डॉ मुकेश सिंह, डॉ भारद्वाज शुक्ल, डॉ राशि मालपानी डॉक्टर विदुषी शर्मा डॉक्टर आरोही आनंद गोपेश्वर एलजी हनी सिंह डॉक्टर अतुल उपकरण डॉ सौरभ कुमार डॉ प्रियंका पांडे, प्रो अंजली श्रीवास्तव, प्रो श्वेता केसरी, प्रो इंदल कुमार, प्रो जागृति, प्रो निराना नयन, प्रो रुचि मिश्र ,प्रो नीरज नयन, डॉ मनमोहन खंडेलवाल सहित विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी, कर्मचारी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवा योजना के स्वयंसेवक और बड़े संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।