राखी के दिन 7 बच्चे यमुना में डूबे, एक ही परिवार के 5 की मौत, मचा हड़कंप

उत्तर प्रदेश देश
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उत्तर प्रदेश। दुखद खबर उत्तर प्रदेश के बांदा से आई है। यमुना नदी में कजरिया विसर्जन करने गए 7 बच्चे डूब गए। इस घटना में 5 बच्चों की मौत हो गई। रक्षाबंधन के मौके पर कजरिया विसर्जन की परंपरा है। इसी को लेकर बच्चे यमुना में उतरे थे। इसी दौरान उनका संतुलन बिगड़ गया।

बच्चे नदी में डूबने लगे। यमुना में तेज बहाव के कारण बच्चों को बचाने की तमाम कोशिशें विफल रहीं। नदी के किनारे खड़े लोगों ने किसी प्रकार छह बच्चों को बाहर निकाला। अस्पताल में पांच बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया। एक बच्चे की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

इस घटना की खबर मिलते ही गांव में मातम पसर गया। मरने वाले बच्चे एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। बच्चों को डूबता देखकर तुरंत गोताखोरों को बुलाया गया। मामले की जानकारी मिलते ही गोताखोरों की ओर से बचाव कार्य शुरू किया गया। छह बच्चों को बाहर निकाला गया।


बांदा जिले के पैलानी थाना क्षेत्र के सिघन कला गांव से हादसे की सूचना सामने आई है। सिंघन कला गांव के मजरा गुरगवा में कजरिया विसर्जन करने गए 7 बच्चे नदी की धारा में डूबने लगे। स्थानीय लोगों ने बताया कि सभी बच्चे पानी की तेज धारा में पैर फिसलने के वजह से बहगए। नदी के किनारे पर मौजूद लोगों ने बच्चों को बचाने की कोशिश की। नदी में पानी का बहाव काफी तेज होने के कारण वे कुछ नहीं कर पाए। सभी नदी में बहते चले गए। इस घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई। जब तक पुलिस और गोताखोर की टीम पहुंची, तब तक देर हो चुकी थी।

मौके पर पहुंची और गोताखोरों की टीम ने ऑपरेशन शुरू किया। पानी की तेज धारा के बीच से छह बच्चों की बॉडी को निकाला गया। उन्हें इलाज के लिए तत्काल अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने 5 बच्चों को मृत घोषित कर दिया। एक बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। एक बच्चा अभी भी लापता है। गोताखोरों की टीम उसकी तलाश कर रही है।

मृतकों की पहचान हो गई है। इसमें सूर्यांश (5) पुत्र लवलेश, पुष्पेंद्र (8) पुत्र दिनेश निवासी अरबई जिला महोबा, राखी (19)पुत्री रामकृपाल, विजय लक्ष्मी (14) पुत्री राम विशाल शामिल हैं। वहीं, विवेक (8)पुत्र रामशरण अभी तक नहीं मिल पाया है। उसकी खोजबीन जारी है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह से ही कजरिया खोटने के लिए यमुना नदी के किनारे भारी भीड़ थी। उसी दौरान यह हादसा हुआ। बच्‍चों को डूबता देखकर नदी में मौजूद लोगों ने मनीष की 12 वर्षीय बेटी पावनी और रामऔतार की 11 वर्षीय बेटी आकांक्षा को समय रहते पानी से बाहर निकालकर बचा लिया।