कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां पंचायत चुनाव में तीन दिन बचे रह गए हैं, लेकिन हिंसा की घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है। हाल ही में उत्तर 24 परगना से एक घटना सामने आई है, जहां एक नाबालिग टीएमसी कार्यकर्ता बम हमले में मारा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, 17 साल के इमरान हसन ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस की रैली में भाग लिया था, जिसके बाद देगंगे में बम हमले में उसकी मौत हो गई है। सीपीआईएम और आईएसएफ पर इस बम अटैक का आरोप है।
इससे पहले दक्षिण 24 परगना के बसंती इलाके में टीएमसी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने बताया कि हिंसा की अलग-अलग घटनाओं में एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई और एक कांग्रेस कार्यकर्ता को गोली मार दी गई।
टीएमसी कार्यकर्ता की पहचान 52 वर्षीय जियारुल मोहल्ला के रूप में हुई है, घर आते समय शनिवार की देर रात उसकी हत्या कर दी गई थी।
वहीं मुर्शिदाबाद जिले के समसेरगंज में रविवार की रात कांग्रेस कार्यकर्ता आरिफ शेख को अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय पंचायत उम्मीदवार के लिए प्रचार करते समय कुछ लोगों से विवाद के दौरान उसे गोली लग गई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इससे पहले पुरुलिया में एक 45 वर्षीय बीजेपी कार्यकर्ता का शव खेतों में मिला था। पुलिस ने सोमवार को बताया कि बंकिम हांसदा का शव उसके घर के पास ही खेतों में मिला है। वह रविवार की शाम से गायब था और फिर उसका शव देर रात खेत में मिला।