तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवारों को रौंदा, दो की मौत

झारखंड
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विवेक चौबे

गढ़वा। तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार तीन लोगों को रौंद डाला। एक की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरे ने अस्पताल जाने के क्रम में रास्ते में ही दम तोड़ दिया। गंभीर रूप से घायल एक युवक को रेफरल अस्पताल मझिआंव से सदर अस्पताल गढ़वा व वहां से रांची के लिए रेफर कर दिया गया। यह मामला गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत भंडरिया गांव की है।

यह घटना शुक्रवार देर शाम करीब सात बजे की है। तेज बारिश के बीच यह घटना घटी। सूचना देने के करीब एक घंटे बाद कांडी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। इस दुर्घटना में मानदेव रजवार के 27 वर्षीय पुत्र चंदन रजवार और शंभू रजवार के 25 वर्षीय पुत्र अंकेश रजवार की मौत हो गई। दुखन रजवार के पुत्र उपेंद्र राजवार उर्फ़ फेंकू गंभीर रूप से घायल है। तीनों भंडरिया गांव के ही निवासी थे।

ट्रैक्टर मझिआंव से सुंडीपुर की ओर जा रहा था। बाइक सवार सोहगाड़ा से घर यानी उत्तर से दक्षिण की ओर जा रहे थे। बजरंगबली मंदिर के निकट सामने से ट्रैक्टर ने इन्हें चपेट में ले लिया। उपेंद्र एवं चंदन को एक ही निजी वाहन से मझिआंव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल ले जाया गया। वहां उपस्थित डॉ रजनीश कुमार सिंह ने चंदन कुमार को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल उपेंद्र रजवार को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए गढ़वा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। उसकी नाजुक हालत को देखते हुए रांची रेफर कर दिया गया।

ग्रामीणों के अनुसार अंकेश की मौत ले जाने में देर हो जाने के कारण हो गई। उसे घटना के एक घंटा से भी अधिक समय के बाद 108 एंबुलेंस नहीं मिलने पर प्राइवेट गाड़ी से ले जाया जा सका। गाड़ी 8:30 बजे के बाद सीएचसी अस्पताल मझिआंव पहुंची। इस बीच उसकी मौत हो चुकी थी। सूत्रों की माने तो कांडी में एंबुलेंस थी ही नहीं। मझिआंव का एंबुलेंस रांची गई थी। मोहम्मदगंज की भी एंबुलेंस खराब थी। प्राइवेट ऑल्टो से अंकेश को भेजा गया। उपेंद्र एवं चंदन को एंबुलेंस के इंतजार के बाद प्राइवेट बोलेरो से ले जाया गया।

मौत की खबर सुनते परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतक चंदन रजवार पिता मानदेय रजवार के माता पिता दोनों की मौत हो चुकी है। वह तीन भाइयों में सबसे छोटा था। बड़ा भाई राजन अजमेर एवं सनोज चेन्नई में मजदूरी करते हैं। चंदन की शादी नहीं हुई थी। वह ट्रैक्टर चला कर गुजारा करता था। मकान बनाने के लिए उसने ईट और एसबेस्टस ला कर रखा था। बालू लाने की जुगाड़ में घूम रहा था।

मृतक अंकेश रजवार की तीन वर्ष पूर्व शादी हुई थी। उसे कोई बच्चा नहीं है। पत्नी राधिका, पिता शंभू एवं माता कबूतरी देवी का रोते-रोते बुरा हाल हुआ है। मृतक दो भाई एवं एक बहन था। भाई प्रभात एवं बहन सीमा का भी रोते-रोते हालत खराब है। पिता शंभू रजवार मुंबई में रह कर मजदूरी करके बेटी के शादी में हुए कर्ज को भरने के जुगाड़ में लगे हुए हैं।