पश्चिम बंगाल में जबरन धर्मांतरण खेलः सीबीआई ने 7 लोगों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर

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कोलकाता। बड़ी खबर पश्चिम बंगाल से आ रही है। गुरुवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कहा कि उन्होंने दो भाइयों को जबरन इस्लाम में धर्मांतरित कराने में कथित संलिप्तता के लिए सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना पश्चिम बंगाल के मालदा जिले से सामने आई है। एक अधिकारी ने कहा कि हमने 10 मई को कलकत्ता हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट देखने के बाद हाईकोर्ट ने हमें इस मामले में केस दर्ज करने का निर्देश दिया।

जानकारी के अनुसार, बुद्धू मंडल और गौरांग मंडल सगे भाई हैं। बुद्धू मंडल अनपढ़ है और उसकी शादी पारबती मंडल से हुई है। जबकि गौरांग मंडल ने पांचवीं कक्षा तक पढ़ाई की है और उसकी शादी कलाबती मंडल से हुई है। दोनों भाई दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं।

24 नवंबर 2021 को दोनों भाई लापता हो गए। बाद में इस संबंध में उनके परिवार के सदस्यों ने स्थानीय थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने उनके परिवार को जानकारी दी कि दोनों ने इस्लाम धर्म अपना लिया है और नमाज पढ़ने के लिए सुजापुर गांव गए हैं।

परिवार ने आरोप लगाया कि उनकी शिकायत को एक नागरिक स्वयंसेवक हबीब एसके ने कलाबती मंडल से शिकायत छीन ली और उसे फाड़ दिया था। परिवार ने शिकायत दर्ज कराई और बाद में दोनों भाइयों को पुलिस ने खुर्शीद शेख नामक व्यक्ति से बचाया।

जब उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया जा रहा था, तो वहां भीड़ जमा हो गई। अधिकारी ने कहा कि भीड़ में खुर्शीद शेख, नाज़ू शेख और बरकट्टी शेख भी शामिल थे। अदालती कार्यवाही के बाद भीड़ दोनों भाइयों को अपने साथ ले गई।

मार्च 2022 में गौरांग उनके और अपने परिवार के सदस्यों के चंगुल से भाग गया। उसने अपने परिवार को बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ रहना चाहता है और उसकी जान को खतरा है।

उसने अपने परिवार को बताया कि उसे इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया गया और बाद में शेख के घर पर बंधक बना लिया गया। आरोपियों ने उसकी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। बाद में भीड़ उसे फिर उठा ले गई। अब सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच कर रही है।