कोलकाता। पीएम प्रसाद ने कोल इंडिया (Coal India) के चेयरमैन का पद 1 जुलाई, 2023 को संभाल लिया। उन्होंने कोल इंडिया में नौकरी की शुरुआत डब्ल्यूसीएल (WCL) से कार्यकारी प्रशिक्षु के तौर पर की थी। वहां से वह कंपनी के शिखर तक पहुंचे। इस पद पर वह अक्टूबर, 2025 तक रहेंगे।
प्रसाद ने 1 सितंबर, 2020 को सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के रूप में कार्यभार संभाला था। उन्हें खनन उद्योग में 37 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वे उस्मानिया यूनिवर्सिटी से खनन इंजीनियर हैं। उन्होंने इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स (आईआईटी-आईएसएम), धनबाद से ‘विवृत खनन’ में प्रौद्योगिकी स्नातकोत्तर (एम.टेक) किया है। उन्होंने नागपुर विश्वविद्यालय से विधि की डिग्री भी प्राप्त की है।
प्रसाद ने 1984 में कोल इंडिया की सहायक कंपनी वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) के साथ एक कार्यकारी प्रशिक्षु के रूप में अपना करियर प्रारंभ किया था। वर्ष, 2010 में उन्हें महाप्रबंधक के रूप में एमसीएल में लिंगराज क्षेत्र में ‘कनिहा ओपनकास्ट परियोजना’ को शुरू करने और संचालन की जिम्मेदारी दी गई।
मई, 2015 में उन्होंने एनटीपीसी में कार्यकारी निदेशक (कोयला खनन) के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने पकरी बरवाडीह कोयला ब्लॉक (एनटीपीसी की पहली परियोजना) और एनटीपीसी के दुलंगा कोयला ब्लॉक के आबंटन के कार्य को तीव्र गति से संपन्न किया।
मार्च 2016 में, उन्होंने पकरी बरवाडीह के कार्यकारी निदेशक सह परियोजना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला। उनके कार्यकाल में पकरी बरवाडीह ओसी (20 एमटीवाई) की ग्रीनफील्ड परियोजना का उद्घाटन दृष्टिगत हुआ।
फरवरी, 2018 में उन्होंने निदेशक तकनीकी (पीएंडपी) के रूप में नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) में कार्यभार ग्रहण किया। सीसीएल में कार्यभार ग्रहण करने से पहले वे भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के सीएमडी थे। अगस्त 2019 में उन्होंने इसका कार्यभार ग्रहण किया था।