रांची। अभी-अभी बड़ी खबर आ रही है। राजधानी रांची में हाई प्रोफाइल जमीन घोटाले व मनी लॉन्ड्रिंग के तहत की जांच में ईडी ने न्यूक्लियस मॉल के ऑनर विष्णु अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया।
तीसरे समन भेजे जाने के बाद सोमवार को विष्णु अग्रवाल 4 बजे एयरपोर्ट स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे। जबकि उन्हें 10 बजे ही आना था। ईडी ने सेना जमीन, चेशायर व अन्य जमीन से जुड़े मामले में लंबी पूछताछ की। इसके बाद करीब 10 बजे रात में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
ईडी उनसे रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन व प्रेम प्रकाश से रिश्ते, जमीन की खरीद-फरोख्त के अलावा फर्जीवाड़ा करने में सहयोग करने वालों की जानकारी ली। सेना की कब्जे वाली एक अन्य जमीन की भी जानकारी ली जो सिरम टोली चौक के पास है, जिसे अग्रवाल ने गलत तरीके से खरीदी थी।
सेना के कब्जे वाली 4।55 एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच के दौरान ईडी ने रांची के अलग-अलग इलाकों के करीब 150 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री में किए गए फर्जीवाड़े को उजागर किया। इसी क्रम में ईडी चेशायर होम रोड की एक एकड़ की जमीन के अवैध तरीके से खरीद-बिक्री मामले में जमीन के खरीददार विष्णु अग्रवाल से पूछताछ शुरू की थी।
ईडी ने गत 13 अप्रैल को रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, बड़ागांई अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, फर्जी रैयत प्रदीप बागची, बरियातू स्थित सेना के उपयोग वाली जमीन के खरीदार जगतबंधु टी इस्टेट के संचालक दिलीप घोष, भरत प्रसाद व राजेश राय सहित अन्य आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी में भरत प्रसाद व राजेश राय के ठिकाने से संदिग्ध दस्तावेज मिले थे। जिसकी जांच के बाद ईडी ने फर्जीवाड़ा पकड़ा था।
ईडी ने पहले उनसे और उनके परिवार के दूसरे सदस्यों की संपत्ति के संबंध में जानकारी मांगी थी। पूछताछ के दौरान विष्णु अग्रवाल ने खुद को बेकसूर बताया। जब ईडी ने पूछा की जमीन की कीमत आपको इतनी कम कैसे मिली, तो विष्णु अग्रवाल ने इस सवाल पर चुप्पी साध ली। विष्णु अग्रवाल से रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन और उनके संबंधों पर भी सवाल किया गया। ईडी ने जालसाजी कर रांची के चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन खरीद-बिक्री मामले में कारोबारी विष्णु अग्रवाल से पहले भी पूछताछ की थी।