रांची। एकीकृत गृह जिला स्थानांतरण शिक्षक संघ की ऑनलाइन मीटिंग बुधवार को हुई। इसकी अध्यक्षता झारखंड के मुख्य प्रदेश प्रतिनिधि प्रेम प्यारे लाल ने की। इसमें राज्य के सभी जिलों के शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हुए। तबादले को लेकर शिक्षा सचिव की ओर से जारी पत्र पर चर्चा की गई।
इस मीटिंग में सभी जिलों के अंतर जिला स्थानांतरण के इच्छुक शिक्षक और शिक्षिकाएं जुड़े। विशेष रूप से शिक्षा सचिव द्वारा स्थानांतरण को लेकर जारी आदेश पर चर्चा हुई।

सभी ने कहा कि सिर्फ असाध्य रोग पीड़ित और पति-पत्नी नौकरी वालों का स्थानांतरण करने से समस्या का निराकरण नहीं होगा।
विभाग को अंतर जिला स्थानांतरण के इच्छुक सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को एक अवसर देना चाहिए। काफी शिक्षक घर से 300 से 400 किलोमीटर दूर कार्यरत हैं। दिव्यांग शिक्षक दूसरे जिले में पदस्थापित हैं। उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
महिला शिक्षिकाओं को दूसरे जिले में रहकर ड्यूटी करनी पड़ रही है। वे घर परिवार भी नहीं देख पा रहे हैं। इससे सभी मानसिक तनाव हैं। कई शिक्षक दूसरे जिले में रहकर काम कर रहे हैं। वे अपने माता-पिता, भाई-बहन, पत्नी, बच्चों की देखभाल नहीं कर पा रहे हैं। पारिवारिक दायित्व को पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
कई ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं, जिनका पारस्परिक स्थानांतरण हो सकता है। वे एक ही ग्रेड पे के हैं। इनके स्थानांतरण में विभाग को कोई पद की समस्या भी नहीं होगी।
दूसरे जिला में पदस्थापित शिक्षक कई तरह की परेशानी में रहकर काम कर रहे हैं। वे आये दिन दुर्घटना के शिकार भी हो रहे हैं। अब तक सैकड़ों शिक्षकों की जान भी चली गई।
प्रेम प्यारे लाल ने कहा कि स्थिति के मद्देनजर सभी अंतर जिला स्थानांतरण के इच्छुक शिक्षक-शिक्षिकाओं को एक अवसर मिलना चाहिए। इससे सरकार पर किसी तरह का वित्तीय बोझ भी नहीं पड़ेगा।
मीटिंग में तय हुआ कि एकीकृत गृह जिला स्थानांतरण शिक्षक संघ के सदस्य इस मुद्दे को लेकर 9 जून, 2023 दिन मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से मिलेंगे। अपनी बातों को रखेंगे।