उत्तर प्रदेश। आपके सपने अब होंगे पूरे। पैसा नहीं बनेगा बाधा। वैसे युवा जो कानून के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, लेकिन पैसे के अभाव में अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पाते। क्योंकि अच्छे संस्थान से एलएलबी की पढ़ाई करने में लाखों रुपये का खर्च आता है।
ऐसे सभी छात्र-छात्राओं के लिए उत्तर प्रदेश का मेरठ कॉलेज एक बेहतर विकल्प हो सकता है। यहां छात्रों की न सिर्फ बेहतर पढ़ाई होगी, बल्कि उन्हें अच्छा प्रशिक्षण भी मिलेगा। फीस की बात करें, तो अन्य शिक्षण संस्थानों की तुलना में वो यहां काफी कम है। इस वजह से गरीब छात्र भी यहां से पढ़ाई कर लॉ की डिग्री हासिल कर सकते हैं।
मेरठ कॉलेज की प्राचार्य (प्रिंसिपल) डॉ। अंजलि मित्तल ने कहा कि अंग्रेजों के दौर में जब युवा लॉ की पढ़ाई करने के लिए कोलकाता यूनिवर्सिटी जाते थे, तब वर्ष 1893 में मेरठ कॉलेज में लॉ डिपार्टमेंट ओपन हुआ था। तब से लेकर अभी तक निरंतर लॉ डिपार्टमेंट से स्टूडेंट्स पढ़ाई कर देश की विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय में कार्य कर मेरठ कॉलेज का नाम रोशन कर रहे हैं।
मेरठ कॉलेज में छात्रों को 1,048 रुपये, जबकि, छात्राओं को 867 रुपये में एलएलबी प्रथम वर्ष में प्रवेश मिलता है। द्वितीय वर्ष में छात्र-छात्राओं को 3,000 रुपये से भी कम फीस देनी पड़ती है। कुल मिलाकर कहें तो मात्र 4,000 हज़ार रुपये में उनकी लॉ की डिग्री कंप्लीट हो जाती है।
जो भी स्टूडेंट मेरठ कॉलेज के लॉ डिपार्टमेंट में एडमिशन लेना चाहते हैं, वो सभी चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के द्वारा जब पीजी में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी, तब दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं। अप्लाई करने के लिए स्टूडेंट के ग्रैजुएशन में 45 प्रतिशत मार्क्स होना जरूरी है।
छात्र-छात्राएं ccsu.nic.in पर विजिट कर प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। उसके बाद, मेरिट के आधार पर स्टूडेंट को प्रवेश मिल पाएगा। मेरठ कॉलेज में एलएलबी डिपार्टमेंट में 300 सीटें हैं। वहीं, एलएलएम में प्रवेश के लिए 120 सीटें हैं। एलएलएम के लिए एंट्रेंस में पास होना अनिवार्य है।
मेरठ कॉलेज से जुड़ी सभी जानकारी के लिए इसके वेबसाइट https://www.meerutcollege.org/ पर विजिट कर सकते हैं। यहां कॉलेज से जुड़ी प्रत्येक गतिविधि के बारे में सूचना मिलेगी।