रांची। बड़ी खबर ये आ रही है कि हटिया से झारसुगुड़ा चलने वाली मेमू संख्या 18175 की एक बोगी के बर्थ में बुधवार की रात आग लग गई। इस कारण वह बर्थ पूरी तरह से जल गया।
हालांकि, यह आग और फैलती इससे पहले ही गरपोष स्टेशन पर ट्रेन पहुंच गई तथा स्टेशन मास्टर व रेलवे कर्मचारियों ने मिलकर आग पर काबू पा लिया। आग बुझाने के बाद ट्रेन को आगे झारसुगुड़ा के लिए रवाना किया गया।
सूचना के मुताबिक, दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल अंतर्गत आने वाले सागरा स्टेशन व गरपोष स्टेशन के बीच चलती हटिया-झारसुगुड़ा मेमू के इंजन से छठी बोगी में आग लग गई थी।
आग उक्त बोगी के एक बर्थ में लगी थी। उस समय सौभाग्यवश बोगी में कोई भी पैसेंजर नहीं था। आग लगने के कारण बोगी से धुआं उठने लगा। जिस बोगी में आग लगी थी, उससे दो बोगी पीछे गरपोष का एक युवक संस्कार मिश्र सफर कर रहा था।
वह राउरकेला शहर के पानपोष स्टेशन से उक्त ट्रेन को पकड़ कर अपने घर गरपोष आ रहा था। सागरा स्टेशन पार होने के बाद उसने ट्रेन के बोगी से आग व धुआं निकलता देखा। रात 12.55 बजे जैसे ही ट्रेन गरपोष स्टेशन पर पहुंची, उसने ट्रेन से उतरकर तुरंत ट्रेन के गार्ड को इसकी जानकारी दी।
गार्ड ने स्टेशन मास्टर को सूचित किया। स्टेशन मास्टर आग नियंत्रण समान के साथ घटनास्थल पहुंचे, जिसके बाद गार्ड, स्टेशन मास्टर व अन्य कर्मचारियों ने मिलकर तुरंत आग पर काबू पाया था। फिर ट्रेन को आगे रवाना कर दिया।
उधर, संस्कार के सुझबूझ से बड़ा हादसा टलने पर स्टेशन मास्टर, गार्ड व अन्य ने उसका शुक्रिया अदा करने के साथ सराहना की। किसी यात्री द्वारा बीड़ी या सिगरेट पीने के बाद जलती बट फेंकने से सीट में आग लगने का अनुमान लगाया जा रहा है। घटना की जांच होने पर आग लगने का कारणों का खुलासा हो पाएगा। अच्छी बात यह रही कि उस वक्त बोगी में पैसेंजर नही थे।