उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा था माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे। यह बात सच होती दिख रही है। आज (गुरुवार) कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया।
यूपी एसटीएफ ने इस कार्रवाई को मेरठ में अंजाम दिया है। दुजाना 10 अप्रैल को जमानत पर बाहर आया था। जेल से रिहा होते ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही दे रहे लोगों को धमकियां दी थीं।
एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि वो किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इसके चलते उसकी तलाश शुरू की। इसी क्रम में उसके मेरठ में छिपे होने की सूचना मिली।
दुजाना पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 60 से अधिक आपराधिक केस दर्ज हैं। इसमें दुजाना के खिलाफ नोएडा, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हत्या, लूट, डकैती और उगाही जैसे संगीन मामलों में एफआईआर दर्ज हैं।
दिल्ली और यूपी की पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। बीते साल दिल्ली पुलिस ने दुजाना और उसके दो साथियों को गिरफ्तार भी किया था। दुजाना गौतमबुद्ध नगर का रहने वाला है।
साल 2011 में उसके गैंग ने साहिबाबाद में एक शादी समारोह में शूट आउट किया था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। दुजाना की कुख्यात माफिया सुंदर भाटी और उसके गैंग से रंजिश रही है। इस रंजिश में कई हत्याएं हो चुकी हैं।
साल 2012 में दुजाना और उसके गैंग ने सुंदर भाटी और उसके करीबियों पर AK-47 राइफल से हमला किया था। ये दोनों गैंग सरकारी ठेकों, सरिया की चोरी और टोल के ठेकों को लेकर अक्सर आमने-सामने आते रहे हैं। यही वजह थी कि पुलिस दुजाना को जब पेशी पर लेकर कोर्ट जाती थी, तो उसे बुलेटप्रूफ जैकेट दी जाती थी।
अनिल दुजाना गैंगस्टर नरेश भाटी का करीबी और शूटर था। नरेश की हत्या सुंदर भाटी ने करवाई थी। इसके बाद बदला लेने के लिए अनिल ने सुंदर पर हमला किया था। यहीं से दोनों के बीच अदावत का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ, जिसमें कई बार गोलियां चलीं। फिलहाल अनिल दुजाना ही नरेश भाटी गैंग की कमान संभाल रहा था।
अनिल दुजाना का खौफ कुछ इस कदर था कि उसे अपराध जगत खासकर पश्चिम यूपी में छोटा शकील कहा जाता था। कहा जाता है कि जिसने भी उसके खिलाफ आवाज उठाई, दुजाना ने उसकी हत्या करवा दी। कोई भी उसके खिलाफ बोलने से भी डरता था।
आपको बता दें कि सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आपराधिक गिरोहों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की मुहिम छेड़ रखी है। कई बार वो दो टूक कह चुके हैं कि माफिया अपराध करने से तौबा कर लें, वरना उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसी क्रम में कई अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हो भी चुकी है।